बूंदी जिला बनेगा मेडिकोट्यूरिज्म का बड़ा केंद्र- जिला कलेक्टर
बूंदी जिला कलक्टर अक्षय गोदारा ने बुधवार को बालचंद पाड़ा स्थित राजकीय जिला आयुर्वेद चिकित्सालय का निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान जिला कलेक्टर ने कहा कि आयुर्वेद भारत की बौद्धिक संपदा है तथा जटिल, जीर्ण और कष्टसाध्य रोगों के उपचार में अतिप्रभावी है, बूंदी का पंचकर्म विशिष्टता केंद्र अपनी प्रभावी गुणवत्तापूर्ण सेवाओं और रोगियों को त्वरित राहत प्रदान कर रहा है, जिससे स्थानीय रोगियों के साथ साथ बड़ी संख्या में दूसरे जिलों और अन्य राज्यों से भी बड़ी संख्या में रोगी आकर यहां अपना उपचार करवाने पहुंच रहे हैं। उन्होंने कहा कि बूंदी में आयुष मेडिकोट्यूरिज्म/हील इन इंडिया के तहत विश्व स्तरीय पंचकर्म एक्सीलेंस स्थापित करने के लिए राज्य सरकार को 52 करोड़ के प्रस्ताव तैयार करके भिजवाये गये हैं। इसके लिए सिलोर में 93 बीघा भूमि चिह्नित कर आवंटन के लिए राज्य सरकार को प्रस्ताव भिजवाये गये हैं ।
निरीक्षण के दौरान चिकित्सालय प्रभारी और पंचकर्म विशेषज्ञ डॉ सुनील कुशवाह से चिकित्सालय में संचालित पंचकर्म विशिष्टता केंद्र,जरावस्था निवारण केंद्र और आंचल प्रसूता केंद्र द्वारा प्रदान की जा रही चिकित्सा सेवाओं,उपलब्ध औषधियों,ओपीडी,आईपीडी,नवाचारों सुवर्णप्राशन,आयुर्वेदिक इम्यूनाइजेशन, इम्यूनिटी महाभियान,मेडिकोट्यूरिज्म हील इन इंडिया सहित ,आरोग्य समिति,विस्तार योजनाओं और अभाव अभियोगों के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
इस दौरान उन्होंने पंचकर्म विशिष्टता केंद्र में उपचाराधीन जटिल और कष्टसाध्य रोगियों से फीडबैक प्राप्त भी लिया तथा प्रभारी डॉ सुनील कुशवाह को रोगी सुविधाएं बढ़ाने के लिए नवीन कक्ष,आवश्यक पंचकर्म चिकित्सा उपकरण और पंचकर्म विशिष्टता केंद्र के सुचारू रूप से संचालित करने के लिए आवश्यक संसाधनों के प्रस्ताव तैयार कर शीघ्र ही भिजवाने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर जरावस्था निवारण केंद्र प्रभारी डॉ विजेंद्र कुमार मीणा और आंचल प्रसूता केंद्र प्रभारी डॉ पारूल सोनी भी मौजूद रहे।