राजस्थान की वित्त मंत्री दिया कुमारी ने बुधवार को बजट भाषण में लखपति योजना को राजस्थान में लागू करने की घोषणा की है. उन्होंने कहा लखपति दीदी योजना से महिलाओं के जीवन में आएगा बदलाव और आत्मनिर्भरता बढ़ेगी. इसे पहले इसकी सीमा 5 लाख थी जिसे बढ़ा कर 15 लाख किया गया है. लखपति योजना के तहत, स्वयं सहायता समूह के बिजनेस प्लान को अप्रुवल मिलने के बाद सरकार की ओर से पात्र महिला स्वयं सहायता समूह को पहले कौशल विकास से ट्रेनिंग दी जाएगी. ट्रेनिंग के बाद राज्य सरकार की ओर से इंन्ट्रेस्ट फ्री लोन दिया जाएगा. अब इस लोन के राशि की सीमा राज्य के बजट में तय होगी. आदिवासी क्षेत्र में सबसे पहले इसकी शुरुआत होगी. डूंगरपुर जिले में ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं घरों में चूल्हा चौका संभालने तक ही सीमित रहती थी, इन दिनों जिले के ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं घर से बाहर निकलकर समाज के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रही हैं. लखपति दीदी स्कीम के जरिए मोदी सरकार का लक्ष्य गांवों में तीन करोड़ "लखपति दीदी" बनाना है. यह योजना गरीबी उन्मूलन और आर्थिक सशक्तिकरण के व्यापक मिशन के तौर पर शुरू की गई है. इस योजना के तहत महिलाओं को कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा, ताकि वे प्रति वर्ष 1 लाख रुपये से अधिक कमा सकेंगी.