एनएसयूआई जिलाध्यक्ष विशाल मेंवाड़ा ने वर्तमान सरकार की गौर निंदा करते हुए कहा कि आखिर कब तक यह दोगली सरकार छात्रहितों के ख़िलाफ़ चलेगी , कब तक छात्रों के हित की आवाज बनती एनएसयूआई को पुलिस प्रशासन द्वारा लाठियों के माध्यम से दबाती रहेगी। प्रशासन बल का उपयोग करके छात्र संगठनों के नेताओँ पर लाठियां चार्ज करवाना सरकार की गौर निंदा दर्शाता है। पूर्व में छात्रों के खिलाफ NEET परीक्षा में हुई धांधली का मामला इसी के साथ अब छात्रसंघ चुनाव बहाली का मामला सामने आ रहा है। मेवाड़ा ने बताया कि सरकार ने अब तक छात्रसंघ चुनावों के मुद्दे पर कोई चर्चा नहीं की। शायद या तो सरकार को एनएसयूआई संगठन की मजबूत होने का भय हो चुका है  कहा जाता है की छात्रसंघ चुनाव ही चुनावो एवं नेता बनने की प्राथम सीढ़ी है। वर्तमान में प्रदेश के हर महाविद्यालयों में छात्र नेता चुनावो की तैयारी में जुटे हुए है अगर इस बार छात्रों के साथ चुनाव न कराकर उनके राजनीति भविष्य के साथ खिलवाड़ हुआ तो एनएसयूआई सड़कों पर उतरकर भाजपा सरकार का भय उजागर करेगी कि किस तरह भाजपा सरकार डरी हुई है और इस बार छात्रसंघ चुनाव करा कर रहेगी।