प्रदेश में नई सरकार के गठन के बाद से ही सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच लगातार खींचतान चल रही है. एक तरफ विपक्ष लोकसभा चुनाव में जीत के बाद उत्साहित नजर आ रहा है, वहीं सत्ता पक्ष 10 जुलाई को बजट पेश करने की तैयारी में है. ऐसे में सत्ता पक्ष जनकल्याणकारी योजनाओं और बेरोजगारों को रोजगार देकर आम आदमी को खुश करना चाहेगा. इसी कड़ी में भजनलाल सरकार  को बजट सत्र में विपक्ष विधानसभा में आड़े हाथ लेने की कोशिश में जुटी हुई है. इसलिए विधानसभा में आमजन के मुद्दों को उठाने के साथ ही विपक्ष  शैडो केबिनेट की भी तैयारी में है, जिसके लिए कल यानी मंगलवार को शाम नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली की अध्यक्षता में विधायक दल की बैठक बुलाई गई है. इस बैठक में बजट सत्र पर भी चर्चा होगी. इसमें विपक्ष सरकार के हर फैसले के साथ हर मंत्री के विभाग की बारीकी से जांच करेगा. इसके लिए पार्टी में नए और ऊर्जावान विधायकों के साथ ही अनुभवी विधायकों के बीच जल्द ही विभागों का बंटवारा किया जाएगा. इसके लिए कांग्रेस मंगलवार को बैठक करेगी. इस मीटिंग में पार्टी विधायकों को उनके अनुभव के आधार पर काम सौंपेगी. साथ ही नवनिर्वाचित विधायकों को प्रशिक्षण भी दिया जाएगा. जिससे वे सही समय पर राज्य सरकार पर दबाव बना सकें. शैडो मंत्रिमंडल वरिष्ठ विपक्षी नेताओं का एक समूह है, जिन्हें सत्तारूढ़ मंत्रिमंडल के पदों को प्रतिबिंबित करने के लिए नियुक्त किया जाता है। छाया मंत्रिमंडल की अवधारणा भारत में उतनी प्रचलित नहीं है, जितनी अन्य देशों में है.