राजस्थान सरकार की ओर से मिलावट रोकने के लिए शुद्ध आहार-मिलावट पर वार अभियान चलाया जा रहा है। जिसके तहत खाद्य सुरक्षा विभाग की टीमें लगातार खाद्य पदार्थ विक्रेताओं के यहां छापेमार कार्रवाई कर रही हैं। पिछले दिनों खाद्य कारोबारियों के यहां से लिए गए सैंपल में से 1 दर्जन से ज्यादा खाद्य पदार्थों के सैंपल फेल हो गए हैं। जिसमें नामचीन दुकानदार और उनके खाद्य पदार्थ भी शामिल हैं।

जिन नामचीन खाद्य कारोबारियों, खाद्य पदार्थ विक्रेताओं के यहां से सैंपल लिए गए जिनमें से 1 दर्जन से ज्यादा सैंपल की रिपोर्ट फेल हुई है। सैंपल जांच में अमानक पाए गए। कई खाद्य पदार्थों की रिपोर्ट तो स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक पाई गई है।

खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने सोढ़ानी स्वीट्स, होटल 66 रेजीडेंसी, मोहम्मदी पैलेस, लक्ष्मी स्वीट कैटर्स, कोटा कचौरी, शंकर समोसे की दुकान से सैंपल लिए गए थे। जिसमें से तेल, पनीर, घी के सैंपल अनसेफ और सब स्टैंडर्ड पाए गए।

15 मई तक लिए सैंपल की आई रिपोर्ट 
राजधानी जयपुर में कई नामचीन खाद्य पदार्थ विक्रेता हैं, जहां रोजाना बड़ी संख्या में लोग पहुंचते हैं। खाद्य सुरक्षा विभाग की ओर से राजधानी में नामचीन दुकानों, डिपार्टमेंटर स्टोर, फैक्ट्रियों पर छापे मारे। वहां से लिए गए सैंपल को जांच के लिए लैब में भेजा गया। 15 मई तक के सैंपलों की जांच रिपोर्ट आ गई है जिसमें चौंकाने वाली बात सामने आई है।

सोढ़ानी स्वीट्स, श्री लक्ष्मी स्वीट कैटर्स, कोटा कचोरी, खंडेलवाल ढाबा, मोहम्मदी पैलेस सहित अन्य जगहों से सैंपल लिए गए। जिनमें से 1 दर्जन से ज्यादा खाद्य पदार्थों के सैंपल जांच में सब स्टैंडर्ड और अमानक पाए गए। वहीं कुछ की रिपोर्ट स्वास्थ्य के लिए बहुत ही हानिकारक पाई गई। डॉक्टर्स की माने तो उनका कहना है कि ऐसे खाद्य पदार्थों के सेवन से कई गंभीर बीमारियां हो सकती है।

 खाद्य सुरक्षा विभाग ने जारी की रिपोर्ट
6 मार्च को पावटा सीताराम ऑयल मील से लिया सैंपल, सरसों का तेल सब स्टैंडर्ड और स्वास्थ्य के लिए अत्यधिक खतरनाक पाया गया।
20 मार्च को सोढ़ानी स्वीट्स टोंक रोड से लिया सैंपल, सोढ़ानी स्वीट्स का पनीर सब स्टैंडर्ड पाया गया।
21 मार्च को सुभाष नगर शॉपिंग सैंटर से लिया सैंपल। अभिषेक कूलवाल की दुकान पर पनीर सब स्टैंडर्ड पाया गया। इसी तरह मालीराम शर्मा की दुकान का घी सब स्टैंडर्ड पाया गया।
22 मार्च को आमेर स्थित हेरिटेज पैलेस से सैंपल लिए गए। पनीर और ग्रेवी का सैंपल सब स्टैंडर्ड और स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक पाया गया।
26 मार्च को सिविल लाइन्स 66 रेजीडेंसी होटल से लिया सैंपल, होटल का दही सब स्टैंडर्ड पाया गया।
28 मार्च को डीसीएम स्थित यदुवंशी दूध भंडार से लिया सैंपल, पनीर और गाय का दूध सब स्टैंडर्ड पाया गया।
5 अप्रैल को सचिवालय के पास कलकता चाट भंडार से लिया सैंपल, पनीर और दही सब स्टैंडर्ड पाया गया।
25 अप्रैल को चांदपोल स्थित मोहम्मदी पैलेस से सैंपल लिए गए। ग्रेवी अनसेफ एंड सब स्टैंडर्ड पाई गई। काली मिर्च अनसेफ पाई, चिकन चंगेजी भी अनसेफ पाया गया।
6 मई को सुभाष चौक स्थित लक्ष्मी स्वीट कैटर्स का सैंपल लिया, चौंला दाल सब स्टैंडर्ड और अनसेफ पाई गई।
6 मई को सूरजपोल मंडी स्थित मोहन झालानी की दुकान का लिया सैंपल, मुंगफली का तेल सब स्टैंडर्ड पाया गया।
7 मई को रोहिला फूड प्रा.लि. की कोटा कचौरी पर छापा मारा, फलाहारी श्रीखंड, कूकिंग ऑयल सब स्टैंडर्ड पाया गया।
7 मई राजापार्क स्थित शंकर समोसा की दुकान पर लिया सैंपल, सोयाबीन कूकिंग ऑयल अनसेफ पाया गया।
12 मई रेलवे स्टेशन खंडेलवाल पवित्र भोजनालय पर लिया सैंपल,पनीर सब स्टैंडर्ड और स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक पाया गया।
15 मई सीकर रोड खंडेलवाल और न्यू खंडेलवाल ढाबे पर लिया सैंपल, ढाबे पर दही सब स्टैंडर्ड पाया गया।

अतिरिक्त खाद्य सुरक्षा आयुक्त पंकज ओझा ने कहा कि सरकार मिलावट रोकने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। सीएम भजनलाल शर्मा के निर्देश पर प्रदेशभर में शुद्ध आहार मिलावट पर वार अभियान चलाया जा रहा है। जिसमें छोटे कारोबारी से लेकर नामचीन कारोबारी शामिल हैं। जहां भी खाद्य पदार्थ में मिलावट की शिकायत मिलती है तत्काल वहां कार्रवाई की जाती है। राजधानी ही नहीं प्रदेशभर में ये अभियान चलाया जा रहा है।

खाद्य सुरक्षा विभाग के अभियान के बाद लोगों में खाद्य पदार्थों की खरीददारी को लेकर अवेयरनेस भी सामने आ रही है। कई दुकानदारों की मानें तो लोग अब सामान खरीदते समय पैकेजिंग और एक्सपायरी डेट भी देख रहे हैं।