लाखेरी - भाजपा पार्षदों ने नगर पालिका द्वारा पिछले तीन वर्षो में पालिका क्षेत्र में किए गए विकास कार्यों की जांच मुख्यमंत्री कार्यालय से करवाने हेतु उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौपा। ज्ञापन में पार्षदों ने बताया की पालिका में पिछले तीन वर्षो में पालिका में लगभग 200 करोड़ का बजट आवंटित किया गया था जिसे पालिका प्रशासन द्वारा बिना किसी ठोस योजना के खर्च कर दिया गया। इतना ही नहीं आवंटित बजट के अलावा भी जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा बैंक में जमा पांच करोड़ की (एफडी जिसका उपयोग सिर्फ आपातकालीन परिस्थितियों में ही किया जा सकता था ) राशि को भी खुर्दबुर्द कर दिया गया। उनके बावजूद भी पालिका कर्मचारियों को वेतन समय पर नहीं किया जा रहा है। पालिका के जिम्मेदार अधिकारियो ने वर्तमान में पालिका को आर्थिक तंगी में लाकर खड़ी कर दिया। पार्षदों ने इस बाबत लोकसभा स्पीकर को भी अवगत कराया हैं।
पार्षदों ने बताया की पालिका प्रशासन द्वारा टेंडर प्रक्रिया में धांधली कर चहेतों को ही मनमानी रेट में टेंडर खुलवा कर तुरंत भुगतान करवाने की बात कही। पार्षदों ने पालिका अध्यक्ष तथा अधिशाषी अधिकारी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए बताया की प्रशासन द्वारा पिछले तीन वर्षो में स्वीकृत बजट की कुल राशि का 10 प्रतिशत भी शहर के विकास में नही लगाया फिर भी पालिका की आर्थिक स्थिति खराब होने कही ना कही भ्रष्टाचार को दर्शाता है। अतः भाजपा पार्षदों ने पिछले तीन वर्षो के कार्यकाल की एसआईटी द्वारा निष्पक्ष जांच करवाने की मांग की।