पीएम नरेंद्र मोदी को देश की सत्ता से हटाने के लिए कांग्रेस और अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी एक साथ आए थे। दिल्ली में दोनों दलों ने साथ लड़ा फिर भी परिणाम में कोई परिवर्तन नहीं आया। अरविंद केजरीवाल जब दिल्ली आबकारी नीति घोटाला में जेल गए तो उस वक्त कांग्रेस के सभी बड़े नेताओं ने पीएम मोदी पर एक साथ हमला बोला। उस वक्त तक तो ऐसा लग रहा था कि अब दोनों दलों में सहमति बन गयी है जो आने वाले विधानसभा तक जरुर चलेगी। लेकिन इसी बीच खबर आ रही है कि कांग्रेस ने दिल्ली और हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन करने से इनकार कर दिया है। कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व में शामिल नेता ने साफ कर दिया है दिल्ली और हरियाणा के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन की कोई गुंजाइश नहीं है। राहुल गांधी के बेहद करीबी माने जाने वाले पार्टी के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश से जब पत्रकार ने पूछा कि क्या दिल्ली और हरियाणा में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच गठबंधन होगा तो उन्होंने कहा, ‘कोई गुंजाइश नहीं है।रमेश ने आगे यह भी कहा कि जिन राज्यों में कांग्रेस और सहयोगी दलों के नेता चाहेंगे वहां यह गठबंधन बरकरार रहेगा। बता दें कि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी दोनों इंडिया अलायन्स के घटक हैं। लोकसभा चुनाव 2024 में दोनों दलों ने दिल्ली एवं हरियाणा में मिलकर चुनाव लड़ा था, लेकिन पंजाब में दोनों अलग अलग मैदान में उतरे थे।