कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा हिंदुओं पर दिए गए बयान के बाद देशभर में बवाल मचा हुआ है। राजस्थान में भी बुधवार को लोगों का आक्रोश फूट पड़ा और हिंदू संगठनों ने प्रदेशभर में कई जगह विरोध-प्रदर्शन किया। अजमेर में राहुल गांधी के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान सकल हिंदू समाज के लोग और पुलिसकर्मी आपस में भिड़ गए। वहीं, बांसवाड़ा, झालावाड़, राजसमंद सहित कई जिलों में हिंदू संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया और राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द करने की मांग की। बता दें कि सोमवार को लोकसभा में राहुल गांधी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर हो रही चर्चा में हिस्सा लेते हुए कथित तौर पर हिंदुओं को हिंसक बताया था। उनके इस बयान से हिंदुओं में आक्रोश व्याप्त है।अजमेर में प्रदर्शनकारियों ने कलेक्ट्रेट के बाहर मानव श्रृंखला बनाकर राहुल गांधी के खिलाफ विरोध जताया। जिससे कलेक्ट्रेट के सामने वाली सड़क पर जाम लग गया। तभी एक निजी बस को रास्ता देने पर पुलिस और प्रदर्शनकारी आपस में भिड़ गए। इस दौरान सिविल लाइन थाना प्रभारी छोटूलाल और उप महापौर नीरज जैन के बीच जमकर बहस हुई। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी और थाना अधिकारी को घेर लिया गया। हालांकि, कुछ देर बार मामला शांत हो गया। इसके बाद जिला कलेक्ट्रेट पहुंचकर कलेक्टर के नाम राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा। अजमेर के अलावा हिंदू संगठनों ने बुधवार को बांसवाड़ा, झालावाड़ और राजसमंद में भी विरोध प्रदर्शन किया। बांसवाड़ा में हिंदू समाज के लोगों ने कलेक्ट्रेट चौराहे पर नारेबाजी करते हुए राष्ट्रपति के नाम कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन। झालावाड़ में बीजेपी और हिंदू संगठनों के साथ मिलकर मिनी सचिवालय के बाहर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने कलेक्टर को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिया और राहुल गांधी की सदस्यता खत्म करने की मांग की। वहीं, राजसमंद में सर्व हिंदू समाज के लोगों कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन करते हुए राहुल गांधी के इस्तीफे की मांग की। इस दौरान भाजपा और विभिन्न हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता और पदाधिकारी मौजूद रहे।