इन दिनों लोगों के बीच वेजिटेरियन डाइट का चलन काफी बढ़ गया है। कई लोगों का ऐसा मानना है कि वेजिटेरियन डाइट नॉन-वेजिटेरियन डाइट की तुलना में ज्यादा सेहतमंद होती है। हालांकि यह पूरी तरह सच नहीं है। इस बात में कोई दोराय नहीं है कि शाकाहारी भोजन हेल्दी होता है लेकिन सिर्फ इसे खाने से शरीर में पोषक तत्वों की कमी भी हो सकती है।
प्रोटीन की कमी
भले ही प्लांट बेस्ड डाइट की मदद से प्रोटीन प्राप्त करना संभव है, लेकिन अगर आप अपनी डाइट में दैनिक प्रोटीन आवश्यकताओं को पूरा नहीं कर रहे हैं, तो इससे प्रोटीन की कमी हो सकती है। अपर्याप्त प्रोटीन की वजह से मांसपेशियों की हानि, कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली और घाव भरने में देरी हो सकती है।
ओमेगा-3 फैटी एसिड का असंतुलन
प्लांट-बेस्ड सोर्स जैसे अलसी, चिया के बीज,अखरोट आदि के जरिए ओमेगा-3 फैटी एसिड की पूर्ति की जा सकती है। हालांकि, यह इनके सेवन से शाकाहारियों को पर्याप्त ईपीए और डीएचए नहीं मिल सकता है, जो हार्ट और ब्रेन के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक हैं।
आयरन की कमी
प्लांट बेस्ड सोर्स से प्राप्त आयरन को शरीर एनिमल प्रोडक्ट्स से मिलने वाले आयरन की तुलना में कम मात्रा में अब्जॉर्ब करता है। इसके परिणामस्वरूप, शाकाहारियों में आयरन की कमी से होने वाले एनीमिया का खतरा ज्यादा हो सकता है। इससे थकान, कमजोरी और कॉग्नेटिव फंक्शन में कमी जैसे लक्षण हो सकते हैं।
विटामिन डी की कमी
विटामिन डी हड्डियों के स्वास्थ्य, इम्यून फंक्शन समेत पूरे स्वास्थ्य के लिए जरूरी होता है। विटामिन डी सूर्य के प्रकाश और फोर्टिफाइड फूड्स से प्राप्त किया जा सकता है। हालांकि, अगर आप शाकाहारी हैं, तो आप में विटामिन डी की कमी का खतरा अधिक हो सकता है, खासकर अगर सूर्य के संपर्क में कम आते हैं या कम सूर्य के प्रकाश वाले इलाकों में रहते हैं।
कैल्शियम की कमी
डेयरी प्रोडक्ट्स कैल्शियम का एक महत्वपूर्ण स्रोत हैं। ऐसे में जो वेजिटेरियन्स डेयरी प्रोडक्ट्स से बचते हैं, उन्हें अपनी कैल्शियम की कमी को पूरा करने में कठिनाई हो सकती है। कैल्शियम हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए जरूरी है और इसके अपर्याप्त सेवन से ऑस्टियोपोरोसिस और हड्डी के फ्रैक्चर का खतरा बढ़ सकता है।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।