नई दिल्ली। नवगठित लोकसभा के पहले सत्र में राष्ट्रपति अभिभाषण के दौरान विपक्षी आइएनडीआइए गठबंधन सोमवार को संसद के दोनों सदनों में मेडिकल की प्रवेश परीक्षा नीट में हुई धांधली, केंद्रीय एजेंसियों के दुरूपयोग, बेरोजगारी और महंगाई जैसे सवालों को लेकर मोदी सरकार पर हमलवार होगा।

अभिभाषण पर बहस के दौरान प्रहार से पहले सीबीआई-ईडी-आइटी जैसी जांच एजेंसियों का विपक्षी नेताओं के खिलाफ इस्तेमाल किए जाने को लेकर एकजुट विपक्ष संसद परिसर में जोरदार विरोध प्रदर्शन करेगा। इस दौरान आम आदमी पार्टी नेता दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और झामुमो नेता झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन के खिलाफ इन एजेंसियों के राजनीतिक इस्तेमाल का मुद्दा प्रमुखता से उठाने की विपक्ष की तैयारी है।

विपक्ष के निशाने पर होगी मोदी सरकार

 

विपक्षी खेमे के सूत्रों ने कहा कि बेशक राष्ट्रपति अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर लोकसभा की बहस में विपक्ष हिस्सा लेगा मगर इससे पूर्व सोमवार को दोनों सदनों में राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ सुनियोजित एजेंडे के तहत केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल किए जाने को लेकर मोदी सरकार निशाने पर होगी।

संसद परिसर में लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों के सभी विपक्षी सांसद ईडी-सीबीआई-आइटी को विपक्ष के खिलाफ हथियार बनाए जाने का प्रतिकार करते हुए विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।

केजरीवाल की गिरफ्तारी के मुद्दे को उठाया जा सकता है

विपक्षी सांसदों की ओर से इसके साथ ही राज्यों के अधिकारों पर हमला कर संघीय ढांचे को नुकसान पहुंचाने के सवाल को भी दोनों सदनों में उठाने का प्रयास किया जाएगा। हालांकि इसे नीट मुद्दे पर शुक्रवार को दिए कार्यस्थगन प्रस्ताव की नोटिस के तर्ज पर नहीं उठाया जाएगा। आम आदमी पार्टी ने अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के मुद्दे को उठाने का एलान कर विपक्ष के इरादों का संकेत दे दिया है।

रिकॉर्ड बेरोजगारी से बेचैन होते युवाओं की परेशानी

नीट पेपर लीक और केंद्रीय एजेंसियों के दुरूपयोग के सवाल के साथ रिकॉर्ड बेरोजगारी से बेचैन होते युवाओं की परेशानी, महंगाई और मणिपुर हिंसा का एक साल बाद भी समाधान निकालने में केंद्र की विफलता को लेकर आइएनडीआइए के सभी दल बहस के दौरान सरकार पर तीखे हमले करेंगे। लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी की ओर से भी पीएम मोदी और सरकार पर इन सवालों को लेकर जोरदार प्रहार की तैयारी है।

नीट की जांच को लेकर सरकार गंभीर नहीं

नीट के अलावा अन्य प्रमुख मुद्दों को कार्यस्थगन प्रस्ताव के जरिए उठाने का विकल्प नहीं अपनाने के संबंध में कांग्रेस के वरिष्ठ रणनीतिकार ने कहा कि नीट पेपर लीक धांधली इस वक्त युवा बच्चों के लिए सबसे बड़ा मसला है जिस पर पूरा देश उद्वेलित है और शुक्रवार को दोनों सदनों में इसे प्रमुखता से उठाकर विपक्ष ने संदेश दे दिया है कि सरकार इस पर गंभीर नहीं बल्कि जांच के जरिए लीपापोती के प्रयास किए जा रहे हैं।

मगर राजनीतिक व्यावहारिकता का तकाजा यह भी है कि तीन दिन के बचे सत्र में अब व्यवधान की गुंजाइश नहीं है। नई लोकसभा का पहला सत्र धूल जाए विपक्ष इसका संदेश भी नहीं देना चाहता और इसलिए दोनों सदनों में बहस में मोदी सरकार को बैकफुट पर रखने की तैयारी है।