सिरोही। सिरोही में एक महिला की हत्या के मामले को लेकर हो रहे धरना प्रदर्शन के दौरान पूर्व विधायक सयंम लोढ़ा और एएसपी प्रभुदयाल धानिया आपस में भिड़ गए। मामला इतना आगे बढ़ा कि दोनों तूं-तूं, मैं-मैं पर आ गए। यह देखकर वहां लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई।
इस दौरान भीड़ में मौजूद लोगों और प्रदर्शनकारियों ने इसका वीडियो बना लिया और बाद में इसे सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया, वीडियों में इस दौरान लोढ़ा ने जहां एएसपी को यह तक दिया कि तेरे जैसे कई सलटा दिए हैं, वहीं जवाब में एएसपी ने भी दिया कि तुम्हारे जैसे नेता बहुत देखे हैं।
दरअसल, सिरोही जिले के शिवगंज इलाके के खंड्रा गांव के पूंजी महाराज की पत्नी की ढाई महीने पहले हत्या कर दी गई थी, इतना लंबा समय बीत जाने के बाद भी पुलिस वारदात का खुलासा नहीं कर पाई। इससे आक्रोशित होकर पूर्व विधायक संयम लोढ़ा के नेतृत्व में ग्रामीणों ने शनिवार को जिला कलेक्ट्रेट पर धरना प्रदर्शन किया था, उसके बाद प्रदर्शनकारी ज्ञापन लेने के लिए पुलिस अधीक्षक को गेट पर बुलाने के लिए अड़ गए।
इससे वहां मौजूद पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की प्रदर्शनकारियों के साथ बहस हो गई। प्रदर्शनकारियों ने बेकाबू होकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय के मुख्य गेट के आगे लगाई गई कुंडी तोड़ दी। उसके बाद पूर्व विधायक संयम लोढ़ा और एएसपी प्रभुदयाल धानिया में हॉट टॉक हो गई। यह हॉट टॉक इतनी बढ़ गई कि मामला तूं-तूं, मैं-मैं तक आ पहुंचा। करीब 10 मिनट तक दोनों में जमकर बहस होती रही। इस दौरान वहां लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई।
संयम लोढ़ा ने एक्स पर लिखा
पुलिस ने एक दिन पहले ही इस मामले में धरने प्रदर्शन के दौरान राजकार्य में बाधा और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का केस दर्ज किया था। इस पूरे घटनाक्रम के बाद पूर्व विधायक संयम लोढ़ा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट करके राज्य सरकार की कार्य प्रणाली पर आपत्ति जताई हैं, उन्होंने लिखा है कि ‘ना डरे हैं ना डरेंगे, जनता के लिए लड़े थे और लड़ेंगे।’
उन्होंने आगे लिखा कि पुलिस ने किसी के इशारे पर पूरी अपराधिक स्क्रिप्ट लिख दी है। कोई व्यक्ति कलेक्ट्रेट के अंदर गया नहीं लेकिन भाजपा और पुलिस ने झूंठा मुकदमा दर्ज करने का अवसर ढूंढ लिया। उनका कहना था कि जब अंदर गए ही नहीं तो राजकार्य में बाधा कहां से उत्पन्न हो गई। पुलिस किस स्तर तक गिरेगी।