कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोलते हुए कहा है कि वे आम सहमति का उपदेश देते हैं लेकिन टकराव का रास्ता अपनाते हैं। पीएम ऐसा बर्ताव कर रहे हैं जैसे कुछ नहीं बदला हो और ऐसा लगता है कि उन्होंने अभी लोकसभा-2024 के जनादेश को नहीं समझा है। एक अंग्रेजी अखबार में लिखे लेख में कांग्रेस की दिग्गज नेता ने लोकसभा सत्र के संचालन के तरीके पर निराशा व्यक्त करते हुए लिखा कि उन्हें आपसी सम्मान और सहमति की भावना को बढ़ावा देने के कतई संकेत नहीं मिले। उन्होंने लोकसभा में इमरजेंसी पर लाए प्रस्ताव की आलोचना भी की और कहा कि मार्च 1977 में देश की जनता ने इमरजेंसी पर स्पष्ट निर्णय दिया, जिसे कांग्रेस ने निःसंकोच स्वीकार किया गया। तीन साल से भी कम समय के बाद कांग्रेस इतने प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में लौटी की पीएम मोदी वैसा बहुमत नहीं ला पाए। उन्होंने कहा कि जो प्रधानमंत्री परीक्षा पे चर्चाकरते हैं, वे पेपर लीक पर चुप हैं। भाजपा के राष्ट्रीय सचिव मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि सोनिया गांधी का लेख राजशाही और तानाशाही मानसिकता का परिचायक है। हैरानी है कि पिछले 30 साल में जो कांग्रेस कभी भी 240 सीटों का आंकड़ा नहीं छू पाई और पिछले तीन चुनाव में मिलाकर 240 सीटें नहीं ला पाई वह 99 सीट को भी अपनी जीत और 240 सीट को पीएम मोदी की हार बता रही है।