IND vs SA Final, T20 World Cup 2024 : भारतीय टीम और साउथ अफ्रीका के बीच खेला गया टी20 वर्ल्ड कप 2024 का फाइनल मुकाबला काफी रोमांचक रहा। मुकाबले में विराट कोहली और अक्षर पटेल के बाद गेंदबाजों ने मिलकर धूम मचाई और भारतीय टीम को चैम्पियन बनाया। इस तरह भारतीय टीम ने 13 साल बाद कोई वर्ल्ड कप खिताब जीता, इससे पहले 2011 में वनडे वर्ल्ड कप जीता था।
रोहित शर्मा की कप्तानी में भारतीय टीम ने इतिहास रचा है। इस टीम ने इतिहास में चौथी बार कोई वर्ल्ड कप (वनडे, टी20) खिताब जीता है। भारतीय टीम ने शनिवार (29 जून) को टी20 वर्ल्ड कप 2024 के फाइनल मुकाबले में साउथ अफ्रीका को 7 रनों से शिकस्त दी, इस जीते के साथ ही 140 करोड़ भारतीयों को जश्न मनाने का सुनहरा मौका दिया।
बता दें कि भारतीय टीम ने 2 बार वनडे वर्ल्ड कप (1983, 2011) खिताब जीता है। जबकि दो बार ही टी20 वर्ल्ड कप (2007, 2024) खिताब जीत लिया है। टीम ने पिछला वर्ल्ड कप (वनडे में) 2011 में जीता था, अब 13 साल बाद कोई वर्ल्ड कप (टी20 में) खिताब जीता है।
क्लासेन की फिफ्टी भी अफ्रीका को नहीं जिता सकी
बारबाडोस में खेले गए इस फाइनल में टॉस जीतकर पहले बैटिंग करते हुए भारतीय टीम ने 177 रनों का टारगेट दिया था। इसके जवाब में अफ्रीका की टीम 8 विकेट पर 169 रन ही बना सकी और खिताब गंवा दिया। मैच में अफ्रीका ने 12 रनों पर 2 विकेट गंवा दिए थे, इसको बाद क्विंटन डिकॉक और ट्रिस्टन स्टब्स ने 38 गेंदों पर 58 रनों की पार्टनरशिप कर टीम को संभाला।
स्टब्स 31 रन बनाकर आउट हुए, फिर डिकॉक ने हेनरिक क्लासेन के साथ मिलकर 36 जोड़े। जब स्पिनर्स के खिलाफ डिकॉक और क्लासेन ने पैर जमाए तो रोहित ने तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह को लगाया। ऐसे में डिकॉक उनके जाल में फंसे और विकेट देकर चलते बने, यहां डिकॉक 39 रन बनाकर चलते बने।
पंड्या ने आखिरी ओवर में पलट दी बाजी
आखिर में जब क्लासेन ने बल्ला चलाया तो लगा कि मैच भारत के हाथ से निकल जाएगा। मगर रोहित ने चाल चली और हार्दिक पंड्या को गेंदबाजी पर लाए, फिर पंड्या ने सबसे पहले क्लासेन को शिकार बनाया। क्लासेन 27 गेंदों पर 52 रन बनाकर आउट हुए। इसके बाद पूरी अफ्रीकी टीम लड़खड़ा गई और भारत चैंम्पियन बनने से नहीं चुका।
भारतीय टीम के लिए तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या ने 20 रन देकर सबसे ज्यादा 3 विकेट झटके, जबकि पेसर अर्शदीप सिंह और जसप्रीत बुमराह को 2-2 सफलताएं मिली। स्पिनर अक्षर पटेल ने 1 विकेट लिया, आखिरी ओवर में 16 रन चाहिए थे, लेकिन पंड्या ने 2 विकेट लेकर 8 रन दिए और मैच जीत लिया।
कोहली की धांसू फिफ्टी, अक्षर-शिवम की ताबड़तोड़ पारी
फाइनल में टॉस जीतकर पहले बैटिंग करते हुए भारतीय टीम ने 7 विकेट गंवाकर 176 रन बनाए। एक समय भारतीय टीम ने 34 रनों पर 3 विकेट गंवाए थे, तब विराट कोहली ने मोर्चा संभाला और 5वें नंबर पर बैटिंग करने आए अक्षर पटेल के साथ 72 रनों की पार्टनरशिप की।
इसके बाद कोहली ने 48 गेंदों पर फिफ्टी जमाई, यह इस वर्ल्ड कप में उनकी पहली फिफ्टी रही। कोहली ने 59 गेंदों पर कुल 76 रन बनाए। जबकि अक्षर 31 गेंदों पर 47 रन बनाकर आउट हुए। आखिर में शिवम दुबे ने 16 गेंदों पर 27 रन बनाए। दूसरी ओर अफ्रीका के लिए स्पिनर केशव महाराज और पेसर एनरिक नॉर्किया ने 2-2 विकेट झटके, जबकि मार्काे जानसेन और कगिसो रबाडा ने 1-1 विकेट लिया।
पिछले 9 टी20 वर्ल्ड कप फाइनल में टॉस जीतने वाली टीमों ने 8 मुकाबले जीते हैं। साथ ही 2010 के बाद ऐसा पहली बार हुआ है, जब टी20 वर्ल्ड कप का फाइनल दिन में खेला गया।
भारत और अफ्रीका दोनों ही टीमें बगैर कोई मैच गंवाए फाइनल तक पहुंची थी। मगर अफ्रीका को फाइनल में हार झेलनी पड़ी। इस मैच के लिए भारतीय कप्तान और साउथ अफ्रीकी कप्तान एडेन मार्करम ने अपनी प्लेइंग-11 में कोई बदलाव नहीं किया।
तीसरी बार फाइनल खेलने उतरी थी भारतीय टीम
17 साल बाद रोहित की कप्तानी में भारतीय टीम टी20 वर्ल्ड कप में चैंम्पियन बनी है। इस बार भारतीय टीम ने इंग्लैंड को 68 रनों से हराकर खिताबी मुकाबले में जगह बनाई थी, दूसरी ओर साउथ अफ्रीका ने पहले सेमीफाइनल में अफगानिस्तान को 9 विकेट से मात देकर फाइनल में एंट्री ली।
टी20 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम तीसरी बार फाइनल में पहुंची, सबसे पहले सीजन यानी 2007 में फाइनल खेला था। तब पाकिस्तान को हराकर खिताब भी जीता था। इसके 7 साल बाद यानी 2014 सीजन के फाइनल में एंट्री की थी, तब श्रीलंका के हाथों शिकस्त मिली थी। अब यह तीसरा फाइनल रहा, जिसमें टीम चैंम्पियन बनी है।