कोटा हार्ट इंस्टीट्यूट एवं श्रीजी हॉस्पिटल में डी.एम.-एंडोक्राइनोलॉजि डॉ.पार्थ जेठवानी ने प्रातः 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक सेवाएं देना प्रारम्भ किया है। डॉ. पार्थ जेठवानी ने एम.बी.बी.एस. एवं एम.डी. की डिग्री - बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय से प्राप्त की है। डी.एम.- एंडोक्राइनोलॉजि की डिग्री (एम्स) से प्राप्त की है। आपके परामर्श एवं निदान द्वारा मधुमेह, मोटापा, थायराईड, 'पीसीओडी, अनचाहे बाल, कद न बढ़ना एवं अन्य हारमोनल रोगों से ग्रसित मरीज लाभान्वित होगें। अस्पताल के निदेशक डॉ. राकेश जिंदल के अनुसार एक ही छत के नीचे सभी परम विशेषज्ञ चिकित्सकों के समन्वय से गंभीर रोगों से ग्रसित मरीज लाभान्वित होगें। डॉ. पार्थ जेठवानी शहर के सिनियर फिजिशियन डॉ. जे. एल. जेठवानी के पुत्र है। डॉ. पार्थ जेठवानी एम.बी.बी.एस और एम.डी. की डिग्री में गोल्ड मेडल से सम्मानित हो चुके हैं। एम.बी.बी.एस. के दौरान उन्हें बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय द्वारा प्रतिष्ठित स्वर्गीय राष्ट्रपति शंकर दयाल अवार्ड से भी नवाजा गया था। इसके अलावा, उन्हें कई अन्य जाने-माने अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार भी मिल चुके हैं, जिनमें डायबिटीज अनुसंधान के लिए यूरोपीय एसोसिएशन फॉर द स्टडी ऑफ डायबिटीज (EASD) ग्रांट और हेल्थकेयर इनोवेशन के लिए इंडो-स्वीडन अवार्ड शामिल हैं।
हाल ही में, मोटापे के लिए नई दवाएं आई है, जो रोगियों को सामान्य जीवनशैली हासिल करने और बनाए रखने का मौका देती हैं। जीएलपी-1 रिसेप्टर एगोनिस्ट के उपयोग से, मरीजों को अपनी ब्लड शुगर और वजन को नियंत्रित करने में मदद मिलती है, जिससे वे सामान्य और स्वस्थ जीवन जी सकते हैं। परिणामस्वरूप, मरीज 3 से 4 महीनों में 6 से 12 किलो तक वजन कम कर सकते हैं। ये प्रगति मोटापे के उपचार में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुई है, जो वजन प्रबंधन से जूझ रहे रोगियों के लिए नई आशा प्रदान करती है। डायबिटीज में नई तकनीक आ चुकी है मरीज अपने ब्लड शुगर स्तर को लगातार निगरानी कर सकते हैं, जिससे उन्हें अपनी दवा और आहार योजनाओं को सही तरीके से समायोजित करने में आसानी होती है। तकनीक के उपयोग, जैसे कि कंटीन्यूअस ग्लूकोस मोनिटरिंग से कई मरीज सही नियंत्रण प्राप्त कर रहे हैं।
यह तकनीक न केवल वर्तमान में बल्कि भविष्य में भी मरीजों के लिए बहुत ही लाभकारी सिद्ध होगी। इसके साथ ही, मधुमेह के निवृत्ति में सुधार की संभावना रोगियों को नई आशा देती है। डायबिटीज बहुत बार नॉर्मल भी हो सकता है, जहाँ मरीजों को दवाई लेने की जरूरत ना पड़े और उन्हें अपने आहार और जीवनशैली से अपनी स्थिति को संभाल सकें।
डॉ. पार्थ जेठवानी की प्रैक्टिस एंडोक्राइनोलॉजि के क्षेत्र में आशा और उत्कृष्टता का प्रतीक साबित होगी, जो सभी रोगियों को अत्याधुनिक उपचार और समाधान प्रदान करेगी।
इस कड़ी में श्रीजी हॉस्पिटल में दिनांक 30-06-2024 रविवार को कमरा नंबर 34 में नि:शुल्क मधुमेह और मोटापा परामर्श व जांच शिविर का आयोजन होगा इस शिविर में डॉक्टर पार्थ जेठवानी अपनी नि:शुल्क सेवाएं देंगे I इस शिविर में HbA1c, लिपिड प्रोफाइल, ब्लड शुगर की नि:शुल्क जांच होगी I असुविधा से बचने के लिए पूर्व रजिस्ट्रेशन करवाएं मोबाइल नंबर संख्या
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