न्यूयॉर्क। आतंकी पन्नू की हत्या की कथित साजिश में सुपारी देने के आरोप में भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता अमेरिका में पहली बार ट्रायल जज के सामने पेश हुए। वरिष्ठ जज विक्टर मारेरो ने शुक्रवार को सुनवाई के बाद अगली तारीख 13 सितंबर तय की है। कोर्ट ने अभियोजन पक्ष को अपने पास मौजूद सबूतों को बचाव पक्ष के साथ साझा करने का आदेश दिया। सितंबर में आगे की सुनवाई की कार्यवाही निर्धारित की जाएगी।पिछले साल जून में निखिल को चेक गणराज्य में गिरफ्तार किया गया था और 14 जून को न्यूयार्क लाया गया। 17 जून को उन्हें मजिस्ट्रेट जज जेम्स काट कि अदालत में पेश किया गया था, जिन्होंने उन्हें हिरासत में रखने का आदेश दिया था।पिछले साल जून में निखिल को चेक गणराज्य में गिरफ्तार किया गया था और 14 जून को न्यूयार्क लाया गया। 17 जून को उन्हें मजिस्ट्रेट जज जेम्स काट कि अदालत में पेश किया गया था, जिन्होंने उन्हें हिरासत में रखने का आदेश दिया था।

सरकारी कर्मचारी के साथ मिलकर रची थी साजिश

सहायक जिला अटार्नी केमिली लाटोया फ्लेचर ने शुक्रवार को ट्रायल जज को गुप्ता के खिलाफ सरकार के केस के बारे में बताया। उन्होंने आरोपों को दोहराते हुए कहा कि गुप्ता ने भारतीय मूल के एक अमेरिकी नागरिक के खिलाफ एक भारतीय सरकारी कर्मचारी के साथ मिलकर साजिश रची थी।

हालांकि, दोनों की पहचान उन्होंने नहीं बताई। उनका इशारा गुरपतवंत सिंह पन्नू की ओर था। उसे अमेरिकी और कनाडाई नागरिकता प्राप्त है। वह न्यूयार्क में रहता है और सिख फार जस्टिस समूह का नेतृत्व करता है। भारत सरकार ने पन्नू को आतंकवादी घोषित किया हुआ है। फ्लेचर ने कहा कि गुप्ता ने एक हिटमैन से बात की। हत्या के लिए 100,000 डालर देने की बात कही गई और 15,000 डालर की अग्रिम राशि भी दी। फ्लेचर ने कहा कि जिस व्यक्ति को वह हिटमैन समझता था, वह वास्तव में एक अंडरकवर एजेंट था।