इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) में एक नया मामला सामने आया है। पहले से ही इमरान खान की पार्टी आंतरिक कलह से जूझ रही है। अब पार्टी को विधायक जुनैद अकबर के इस्तीफे से झटका लगा है।पाकिस्तान की नेशनल असेंबली के सदस्य शेर अफजल मारवत ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के सीनेटर शिबली फराज के इस्तीफे की मांग की, उन पर जेल में बंद पार्टी के संस्थापक इमरान खान तक पहुंच को रोकने का आरोप लगाया। नेताओं का कहना है कि जिन वकीलों को खान से मिलने की अनुमति है, वे या तो आधी बात बताते हैं या अपने फायदे के मुताबिक बात को तोड़-मरोड़ कर पेश करते हैं। इसके बाद जुनैद अकबर ने दावा करते हुए कहा है कि, 'कुछ लोग पार्टी सुप्रीमो से मिल सकते हैं जबकि अन्य को मना कर दिया गया है।'
'पीटीआई मेरा घर है'
हालांकि, जुनैद अकबर ने पार्टी के प्रति अपनी निष्ठा की पुष्टि की। उन्होंने कहा, 'पीटीआई मेरा घर है और मैं किसी समूह का हिस्सा नहीं हूं और न ही रहूंगा।' बता दें कि उनका इस्तीफा नेशनल असेंबली में विपक्ष के नेता उमर अयूब के इस्तीफे के बाद आया है, जिन्होंने पीटीआई महासचिव के पद से इस्तीफा दे दिया, जो पार्टी के संगठनात्मक ढांचे में और बदलाव का संकेत देता है।
उमर अयूब के इस्तीफे को किया नामंजूर
एमएनए (Member of the National Assembly) ने शिकायत की कि कुछ नेता पीटीआई संस्थापक और जेल में बंद पार्टी के अन्य नेताओं की रिहाई पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय उच्च पदों पर नजर गड़ाए हुए हैं। पीटीआई सांसदों ने शनिवार को 'सर्वसम्मति से' अयूब का इस्तीफा स्वीकार नहीं करने का प्रस्ताव पारित किया था और उनके नेतृत्व पर पूर्ण भरोसा जताया था।