अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और उनके रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रंप के बीच राष्ट्रपति पद की चुनाव प्रक्रिया की पहली बहस के दौरान अर्थव्यवस्था, सीमा, विदेश नीति, गर्भपात और राष्ट्रीय सुरक्षा की स्थिति पर गर्मागर्म बहस हुई। इस दौरान दोनों ने एक दूसरे को झूठा और अमेरिकी इतिहास का सबसे खराब राष्ट्रपति करार दिया।हालांकि, प्रेसिडेंशियल बहस में बाइडन कमजोर पड़ते नजर आए। उन्होंने शुक्रवार को कहा कि उनका इरादा नवंबर के राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रंप को हराने का है। लेकिन उन्होंने इस बात का कोई संकेत नहीं दिया कि वे प्रेसिडेंशियल बहस में कमजोर प्रदर्शन के बाद दौड़ से बाहर होने पर विचार करेंगे।

अपने रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी के साथ आमने-सामने की टक्कर के एक दिन बाद एक रैली में उत्साहित बाइडन ने कहा, "मैं जानता हूं कि मैं युवा नहीं हूं, यह स्पष्ट है।" उन्होंने कहा, "मैं पहले की तरह आसानी से नहीं चलता, मैं पहले की तरह सहजता से नहीं बोलता, मैं पहले की तरह अच्छी तरह से बहस नहीं करता।" उन्होंने कहा, जबकि भीड़ 'चार साल और' के नारे लगा रही थी। अगर मुझे अपने पूरे दिल और आत्मा से विश्वास नहीं होता कि मैं यह काम कर सकता हूं, तो मैं फिर से चुनाव नहीं लड़ता। हालांकि, दांव बहुत ऊंचे हैं।"

28 जून को हुए प्रेसिडेंशियल बहस में बाइडन कमजोर पड़ते नजर आए। बहस के दौरान बाइडन की जुबान बीच-बीच में लड़खड़ा रही थी, कहीं-कहीं पर वे क्या बोल रहे थे, वह साफ-साफ सुनाई भी नहीं दे रहा था। ऐसे में मतदाताओं की भी चिंता बढ़ गई है।