आदिवासी समाज पर शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के बयान के बाद सियासत तेज हो गई है. आज जयपुर में अपना डीएनए जांच के लिए भारतीय आदिवासी पार्टी के सांसद राजकुमार रोत अपना ब्लड सैंपल देने पहुंचे हैं. राजकुमार रोत ने समर्थकों ने शिक्षा मंत्री के सरकारी बंगले पर जाने का प्रयास किया. लेकिन पुलिस ने उन्हें विधानसभा के पास ही रोक दिया. इस दौरान आदिवासी समाज के लोगों ने शिक्षा मंत्री के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उनके इस्तीफे की मांग की. सांसद राजकुमार रोत ने कहा कि प्रदेश में भाजपा की सरकार है, सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि ऐसे बयान देने वाले मंत्री को पद से हटाया जाए. इस दौरान रोत ने कहा कि आदिवासी भले जंगलों में रहता हो और आर्थिक रूप से कमजोर हो लेकिन वह DNA के तौर पर कमजोर नहीं है. शिक्षा मंत्री को पुरे समुदाय पर उठाए गए सवाल का खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ेगा. शिक्षा मंत्री ने कहा कि उन्हें DNA टेस्ट की जरूरत है इसलिए DNA टेस्ट करवाने के लिए हम पहुंचे है. सांसद राजकुमार रोत का मानना है कि आदिवासी समुदाय ने हर धर्म का मान सम्मान रखा है लेकिन आदिवासी समाज किसी धर्म व्यवस्था में नहीं आता है. आदिवासी किसी आस्था का समर्थक जरूर है लेकिन संवैधानिक रूप से किसी धर्म में नहीं आता है. हम प्राकृतिक रूप से फॉलो करते है लेकिन किसी धर्म में आस्था नहीं है. उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्री ने DNA टेस्ट करवाने की बात कही लेकिन अब मंत्री गायब हो गए है. अगर वो सच्चे हैं तो आदिवासियों का डीएनए टेस्ट करवाएं. आदिवासी समाज के लोग डीएनए के लिए शिक्षा मंत्री के घर बाल, नाख़ून हर तरह के सैंपल भेज रहे है.