बारिश के मौसम को देखते हुए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने आमजन से रविवार को अपने-अपने घरों में रूके हुए पानी को नष्ट कर सूखा दिवस (ड्राइंग-डे) मनाने की अपील की है। बारिश के मौसम के चलते डेंगू-मलेरिया-जीका-चिकनगुनिया के प्रभाव को रोकने के लिए चिकित्सा विभाग निरंतर आमजन से साफ-सफाई की अपील कर रहा है मौसम को देखते हुए हमें प्रत्येक रविवार को अपने-अपने घरों में रूका हुआ पानी नष्ट कर सूखा दिवस मनाना चाहिए। घरों में फ्रीज के पीछे जमा पानी, कूलर, वाश रूम, गमले एवं छतों में परिण्डों, टायरों में कई दिनों से पड़े साफ पानी में मच्छरों का लार्वा पनपता है। यह लार्वा मच्छर बनकर डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, जीका सहित अनेक बीमारियां फैलाता है। हमें अपने घर से साफ-सफाई कर इस लार्वा को खत्म करना होगा। यह मच्छरजनित बीमारियां सबसे पहले हमारे घरों से ही पैदा होती है। उन्होंने कहा कि हमें हर रविवार को आधे घण्टे के लिए अपने घरों में जमा पानी को नष्ट करना है ताकि हमारा परिवार डेंगू-मलेरिया से सुरक्षित रह सके। यह ध्यान रखें कि घर के अंदर व आंगन में जहां भी पानी एकत्रित हो रहा है, उसे साफ करें। घर में कोई भी बेकार बर्तन, खुली बोतल, डिब्बे, पुराने टायर, कबाड़ एवं प्लास्टिक का सामान एकत्रित ना होने दें। इसमें पानी के ठहरने से डेंगू मच्छर के पनपने का खतरा सबसे अधिक होता है। बर्तनों को खाली कर उल्टा रख दें। पानी के बर्तन, टंकी और हौदी को ढक कर रखें। गमलों में पानी एकत्र ना होने दें, नियमित पानी बदलें। कूलर के पानी को खाली कर बदलें या साफ कर साइड में रखें। वाशरूम में भी नहाने के बाद वाइपर से अच्छी तरह से साफ-सफाई कर दें। इसके अलावा छतों पर भी ध्यान रखें कि कहीं पर पानी इकट्ठा ना हो पाए। परिण्डे, टूटे बर्तन, टायर आदि का पानी साफ कर बदलने से हम अपने परिवार को मच्छरजनित बीमारियों से बचा सकते हैं।