50 से 60 रूपए किलों का टमाटर खरीदना पड़ रहा है। थोक सब्जी व्यापारी अनिल जोशी ने बताया कि सब्जियों के दाम बढ़े हैं। इसकी वजह बरसात को विशेष माना जा रहा है। जहां तक बात टमाटर की है तो स्थानीय टमाटर अब तक आ रहा इसा
सब्जियां प्रभावित होंगी। प्याज, अदरक हरी मिर्च, हरा धनिया व टमाटर जो सब्जी का जायका बनाते है सभी का भाव बढा हुआ है।
वहीं गिलकी, लोकी, भीण्डी, टिण्डे, करेला, गोभी, अरबी व पत्तागोभी सहित अन्य सब्जियों के
गंदगी और कीचड़ के
कोटा। शहर की थोक फल सब्जी मण्डी के बाहर आम रास्ते पर लगने वाली सब्जी मण्डी में कीचड़ से सब्जी विक्रेता व खरीदार दोनों ही खासे परेशान हैं। यहां इस समस्या का कोई समाधान ना नगर निगम कर पा रहा है ना ही मण्डी प्रशासन। जिसका सीधा सीधा खामियाजा जनता के स्वास्थ्य पर पड़ता नजर आ रहा है। सब्जी विक्रेता रोहित अग्रवाल ने बताया कि यहां आम रास्ते पर ही सब्जी विक्रेता बैठते हैं।
यहां कीचड़ की जो स्थिति है वो बरसों पुरानी है। कई बार बताया भी लेकिन कोई सुनने वाला नही है। हम भी कीचड़ में ही बैठते हैं। आने वालों को भी इसी कीचड़ सने रास्ते में ही खड़े होकर खरीदारी करनी पड़ती है। रामप्रसाद राठौर व चेतन पंकज का कहना है कि बरसात जब होती है तो पूरा रास्ता ही बदबूदार पानी से अट जाता है। सारी गंदगी मंडी गेट के पास आकर जमा हो जाती है। वहीं इस बारे में मण्डी प्रबन्धन का कहना है कि मण्डी के बाहर जो लोग सब्जी लेकर बैठते हैं या ठैले लगाते हैं। उनके कारण काफी समस्या आती है। हमने कई बार इन्हें हटाने के लिए न्यास व गुमानपुरा पुलिस थाना को लिखा है। इसके कारण मण्डी में आने वाली गाड़िया भी नही आ पानी लेकिन ये हैं कि मानते ही नही