कांग्रेस ने इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के टर्मिनल-1 की छत का एक हिस्सा ढहने की घटना को मोदी सरकार के भ्रष्टाचारी मॉडलकी मिसाल करार दिया है। कांग्रेस ने यह आरोप लगाया है कि पिछले 10 वर्षों में बने बुनियादी ढांचे घटिया गुणवत्ता के चलते ताश के पत्तों की तरह ढह रहे हैं। पार्टी का कहना है कि इस तरह की घटनाएं सरकार की नीतियों और कार्यप्रणाली में गहरी खामियों और भ्रष्टाचार को उजागर करती हैं। राजधानी में भारी बारिश के बीच शुक्रवार को तड़के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के टर्मिनल-1 की छत का एक हिस्सा वाहनों पर गिर जाने से एक व्यक्ति की मौत हो गई और छह अन्य लोग घायल हो गए। अधिकारियों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि इस हादसे के बाद विमानों का परिचालन स्थगित किया गया है। कांग्रेस ने इस घटना को सरकार की नीतियों और भ्रष्टाचार के परिणाम के रूप में देखा है। उनका आरोप है कि सरकार की अनदेखी और भ्रष्टाचार के कारण निर्माण कार्यों में गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा जा रहा है, जिससे इस तरह की घटनाएं हो रही हैं। यह हादसा न केवल प्रशासनिक खामियों को उजागर करता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि सरकार की प्राथमिकताओं में आम जनता की सुरक्षा किस हद तक अनदेखी हो रही है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने शुक्रवार को सोशल मीडिया पर लिखा, मोदी सरकार के पिछले 10 वर्षों में बने घटिया बुनियादी ढांचे के ताश के पत्तों की तरह ढहने के लिए भ्रष्टाचार और आपराधिक लापरवाही जिम्मेदार है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि दिल्ली हवाईअड्डे के टर्मिनल 1 की छत गिरी, जबलपुर हवाई अड्डे की छत गिरी, अयोध्या की नई सड़कों की हालत खस्ता, राम मंदिर में लीकेज, मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक रोड में दरारें, 2023 और 2024 में बिहार में 13 नए पुल ध्वस्त हो गए, प्रगति मैदान सुरंग जलमग्न हो गई और गुजरात में मोरबी पुल त्रासदी हुई। वहीं, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी ने मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला है। प्रियंका ने लिखा, मार्च में प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली हवाई अड्डे के टर्मिनल-1 का उद्घाटन किया था, आज उसकी छत ढह गई जिसमें एक कैब ड्राइवर की दुखद मृत्यु हो गई। उन्होंने आगे लिखा, तीन महीने पहले पीएम मोदी ने जिस जबलपुर हवाई अड्डे का उद्घाटन किया था, उसकी भी छत ढह गई। इसके अलावा अयोध्या में निर्माण कार्यों को लेकर भी बीजेपी सरकार पर हमला बोला है।