राजस्थान में नवंबर माह में पांच विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं। उपचुनाव को लेकर कांग्रेस और भाजपा ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। जिन सीटों पर उपचुनाव होने हैं उनमें दौसा, देवली-उनियारा, झुंझुनूं, खींवसर, और चौरासी है। झुंझुनूं, देवली-उनियारा और दौसा में कांग्रेस का कब्जा था जबकि खींवसर में कांग्रेस गठबंधन के सहयोगी रालोपा और चौरासी में भारत आदिवासी पार्टी काबिज थी। उपचुनाव के आंकड़ों की बात करें तो कांग्रेस सत्ता में रहे या विपक्ष में उसका पलड़ा हमेशा भारी रहा है। पिछले 10 सालों में विधानसभा की 20 और लोकसभा की दो सीटों पर उपचुनाव हुए हैं। दो लोकसभा सहित 14 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की है, जबकि भाजपा ने चार, रालोपा ने एक और बीएपी ने एक सीट जीती। पूर्ववर्ती गहलोत सरकार के समय वर्ष 2019 से लेकर 2022 तक 9 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए थे जिनमें से 7 सीटों पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी। कांग्रेस ने मंडावा, सुजानगढ़, सरदारशहर, सहाड़ा, धरियावद, वल्लभनगर और रामगढ़ सीट जीती थी। भाजपा ने राजसमंद और आरएलपी ने खींवसर सीट पर उपचुनाव जीता था। वहीं साल 2014 लेकर 2018 तक मोदी लहर के बावजूद भी नसीराबाद, वैर, सूरतगढ़ और मांडलगढ़ सीट पर कांग्रेस ने जीत हासिल की जबकि भाजपा के खाते में धौलपुर और कोटा दक्षिण सीट की आ पाई थी। वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने विधानसभा की 163 सीटों पर जीत दर्ज की थी।