कोटा में करोड रुपए की लागत से डकनिया रेलवे स्टेशन का निर्माण कार्य किया जा रहा है वहां पर जो पार्किंग है उसे पार्किंग में वहां किस तरह पानी के दरिया में डूबे हुए हैं प्रशासन और रेलवे का ध्यान इस पर बिल्कुल भी नहीं है यहां तो बस विकास की गंगा बह रही है
सैकड़ो वहां पानी में डूब चुके हैं जब पानी उतरेगा तब गाड़ियां बाहर निकलेंगे प्रशासन को इस चीज से कोई मतलब नहीं है अब अपनी गाड़ी आप स्वयं निकले और ठीक कर के रोड पर चलाएं स्टैंड पर जो हालात देखने को मिल रहे हैं इसका जिम्मेदार कौन है