राजस्थान के करौली जिले के हिंडौन सिटी में 9 मई को एक 10 साल की मूक-बधिर बच्ची डिंपल मीणा जली हुई हालत में अस्पताल में भर्ती हुई थी जहां उपचार के दारैान उसकी मृत्यु हो गई थी। डिंपल मीणा की हत्या के मामले में भरतपुर रेंज आईजी राहुल प्रकाश ने मीडिया के सामने पूरे मामले का खुलासा किया है। आईजी राहुल प्रकाश ने बताया कि डिंपल मीणा की हत्या माता-पिता और उसके मामा ने षडयंत्रपूर्वक की। बतादें, इस प्रकरण को लेकर समूचे प्रदेश में धरना प्रदर्शन हुए।
तीनों ने ललित मीणा नाम के एक व्यक्ति को फंसाने के लिए रेप करने के बाद पेट्रोल छिड़क कर आग लगाने का मामला बताया था, लेकिन मेडिकल बोर्ड और पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पीड़िता का दुष्कर्म नहीं होना और उसकी मौत जहर से होना पाया गया। जिसके बाद पुलिस ने ललित मीणा नाम के व्यक्ति को हिरासत में लिया, लेकिन उसके खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला। जिसके बाद पुलिस ने पीड़िता के माता-पिता और मामा को गिरफ्तार कर गहनता से पूछताछ की और तीनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
आईजी राहुल प्रकाश ने बताया कि पुलिस की जांच में यह बात सामने आई कि पीड़िता ने अपनी मां को दूसरे व्यक्ति के साथ आपत्तिजनक हालत में देख लिया था। मां को आपत्तिजनक हालत में देखने के बाद पीड़िता और मां के बीच विवाद हो गया। मां के द्वारा पीड़िता की पिटाई की गई। इससे नाराज होकर पीड़िता घर से चली गई और उसने पेट्रोल डालकर आग लगा ली। पीड़िता के माता-पिता ने हिंडौन के सरकारी अस्पताल में पीड़िता को भर्ती कराया।
जहां से गंभीर हालत होने पर पीड़िता को जयपुर एसएमएस अस्पताल रेफर कर दिया गया। इलाज के दौरान ही तीनों ने षड्यंत्र रचकर फ्रूटी में जहर मिलाकर बच्चों की दूध वाली बोतल से पीड़िता को पिलाया। जिसके चलते पीड़िता ने दम तोड़ दिया। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। आरोपियों ने सबूत मिटाने की भी साजिश रची थी, लेकिन पुलिस की सजगता से निर्दाेष बच गया। रेंज आईजी राहुल प्रकाश ने इन्वेटिगेशन टीम को बधाई दी। निष्पक्ष व त्वरित कार्रवाई कर मामले का खुलासा किया।