राजस्थान के कोटा से तीसरी बार सांसद बनने वाले ओम बिरला अब दूसरी बार लोकसभा अध्यक्ष बन गए हैं. राजस्थान के हाड़ौती की दोनों लोकसभा सीटों पर बीजेपी को जीत मिली है. विधानसभा के चुनाव में भी बीजेपी को हाड़ौती में नुकसान कम हुआ था. इसलिए 61 साल के ओम बिरला को लोकसभा अध्यक्ष बनाकर बीजेपी ने एक बड़ा संकेत दे दिया है. अभी तक हाड़ौती क्षेत्र से वसुंधरा राजे बड़े नेता के तौर पर आती थीं.ओम बिरला इस बार बड़े मुश्किल से चुनाव जीतकर आए हैं. उन्हें 50 हजार से कम वोटों से जीत मिली है. जबकि, पिछली बार 2. 5 लाख वोटों से जीत मिली थी. इसलिए, इस बार इनकी असल परीक्षा थी.  इस बार जब ओम बिरला चुनाव जीतकर आए तब उन्हें कई राजनीतिक पदों से जोड़कर देखा जा रहा था. पार्टी अध्यक्ष से लेकर राजस्थान के सीएम के रूप में चर्चा हो रही थी. मगर, अब इनके लोकसभा अध्यक्ष बनने के बाद बाकी चर्चाओं पर विराम लग गया है. हाड़ौती से अभी तक वसुंधरा राजे को बड़ा नेता माना जा रहा था. इस घटनाक्रम के बाद अब ओम बिरला के पास कमान चली गई है. इसके बाद अब राजस्थान की पूरी राजनीति बदल जाएगी. हाड़ौती क्षेत्र में विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव में जो भी भितरघात हुआ था. अब उसे भी इन्हें ठीक करना होगा. चूंकि, राजे के कई समर्थक विधायक अभी भी 'बगावत' के सुर बुलंद कर रहे हैं. उन्हें भी संभालना होगा. ओम बिरला के लोकसभा अध्यक्ष बनने के बाद अब राजस्थान में प्रदेश अध्यक्ष को लेकर चर्चा तेज है. अन्य बोर्डों और आयोगों पर होने वाली नियुक्तयों पर सबकी नजरें टिकीं हुई हैं. जिसे लेकर जुलाई के पहले सप्ताह में प्रक्रिया तेज हो सकती है.