World Refrigeration Day दुनियाभर में 26 जून को मनाया जाता है। यह ठंडा करने की तकनीक और इससे जुड़ी इडस्ट्री के सम्मान में मनाया जाता है। इसके साथ ही रेफ्रिजरेशन इंडस्ट्री इसे पर्यावरण के अनुकूल बनाने के लिए तकनीक में लगातार सुधार कर रही है। रेफ्रिजरेशन टेक्नोलॉजी मेडिकल फूड और दूसरी इंडस्ट्री में लोगों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है

26 जून को World Refrigeration Day के रूप में मनाया जाता है। रेफ्रिजरेटर के आविष्कार ने हमारी लाइफ स्टायल को बदलकर रख दिया है। यह दिन चीजों को ठंडा रखने से जुड़ी तकनीक और रेफ्रिजरेशन इंडस्ट्री से जुड़े लोगों का सम्मान करने का दिन है।

इस दिन को मनाने का एक और महत्वपूर्ण कारण यह है कि रेफ्रिजरेशन इंडस्ट्री इसे पर्यावरण के अनुकूल बनाने के लिए तकनीक में लगातार सुधार कर रही है।

World Refrigeration Day क्यों है जरूरी

World Refrigeration Day के जरूरत की बात करें तो यह सिर्फ हमारे घरों में लगे फ्रीज या एसी तक सीमित नहीं है। बल्कि अंतरिक्ष यान में तापमान नियंत्रित करने, खाद्य भंडारण में कोल्ड स्टोरेज, अस्पतालों में ऑपरेशन थेयटर को बैक्टीरिया मुक्त करने के लिए भी किया जाता है।

ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि ठंडा करने की यह तकनीक हमारे लिए किसी वरदान से कम नहीं है। यह तकनीक किसी क्रांति से कम नहीं है, जो हमारी लाइफ स्टायल का अभिन्न हिस्सा बन गया है।

World Refrigeration Day का इतिहास

यूरोप में लोग बर्फ में नमक डालकर सूखी घास में लपेटकर जमीन में दबाकर बर्फ को गर्मियों के दिनों के लिए बचा कर रखते थे। इस तरह से चीजों को देर तक ठंडा रखने की तकनीक सदियों से लोगों की जरूरत रही है। पहली बार रेफ्रिजरेटर का इस्तेमाल 19वीं सदी में किया गया। पहले उद्योग और बाद में घरों में इसका इस्तेमाल किया जाने लगा।