लोकसभा चुनाव में राजस्थान में भाजपा को कम सीटें मिलने पर भाजपा के वरिष्ठ राजनेता पूर्व मंत्री कालू लाल गुर्जर ने बड़ा बयान दिया उन्होंने कहा कि इस लोकसभा चुनाव में भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व सहित प्रदेश नेतृत्व की कमी रहने के साथ ही भाजपा की वरिष्ठ राजनेता वसुंधरा राजे को दूर रखना बड़ा कारण रहा वहीं अपने वरिष्ठ राजनेताओं को दरकिनार कर कांग्रेस से आयातित राजनेताओं को तरजीह देना भी एक कारण है.प्रदेश में पूर्व मे दो बार हुऐ लोकसभा चुनाव से भाजपा का मिशन 25 पूरा हुआ था. इस बार हुए चुनाव में राजस्थान में मिशन 25 का टारगेट पूरा नहीं हो पाया है. जहां लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा के तमाम राजनेता व पदाधिकारी 25 सीटें पर बीजेपी की जीत का दावा कर रहे थे लेकिन लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद 14 लोकसभा सीट पर ही जीत मिली. बीजेपी आखिर 11 लोकसभा सीट पर हार क्यों हुई है जिसके कारण को लेकर मंथन कर रहे है. भाजपा के वरिष्ठ राजनेता व पूर्व मंत्री कालू लाल गुर्जर ने कहा कि प्रदेश मे भाजपा की सरकार होते हुए भी 25 सीट पर जीत नहीं मिली है जीत के कारण पर विश्लेषण करें तो मेरी व्यक्तिगत राय है कि कुछ कमियां पार्टी की तरफ से रही है जिसके कारण ही हार हुई है. चुनाव में मुख्य रूप से केंद्रीय नेतृत्व के साथ ही राजस्थान के नेतृत्व की भी कमी रही है. जिसमें पहला मुख्य कारण टिकट वितरण सही नहीं किया गया अगर टिकट वितरण सही होता और जिताऊ उम्मीदवार को टिकट दिया जाता है तो मैं सोचता हूं कि 25 सीटों पर जीत मिलती. वहीं चुनाव से पहले जो लोग कांग्रेस से आए उनको भी प्रत्याशी बनाया जैसे नागौर और बांसवाड़ा जिसके कारण वहां भाजपा के जो कार्यकर्ता वर्षों से लगे हैं उनमें मायूसी रही.