केबीसी की तर्ज पर आयोजित "विरासत को जानो" प्रतियोगिता में शहरवासियों ने बढ़ चढ़ कर लिया भाग 

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पटौदी इंटरप्राइजेज एवं अलगोजा रिसोर्ट - बूंदी

पटौदी इंटरप्राइजेज एवं अलगोजा रिसोर्ट कीऔर से बूंदी वासियों को दीपावली की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं

783 वें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में भारतीय सांस्कृतिक निधि ( इंटैक) द्वारा कार्यक्रम आयोजित

बूंदी। छोटी काशी बूंदी के 783 वें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में भारतीय सांस्कृतिक निधि ( इंटैक) द्वारा केबीसी की हुबहु तर्ज पर आयोजित "विरासत को जानो " प्रतियोगिता में शहरवासियों ने बढ़ चढ़ कर भाग लेकर नकद पुरूस्कार जीते। 

इंटेक चेप्टर संयोजक राजकुमार दाधीच ने बताया कि

ऐतिहासिक तारागढ़ के निकट स्थित नवलसागर झील के किनारे आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पुलिस उप अधीक्षक अमर सिंह राठौड़, विशिष्ट अतिथि शहर कोतवाल तेजपाल सैनी रहे। कार्यक्रम में राठौड़ ने महाकवि सूर्यमल मिश्रण की तस्वीर पर माल्यार्पण कर विधिवत शुरुआत की। कार्यक्रम में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में शुरुआत परवी त्रिपाठी के कथक नृत्य और मनोहरी गणेश वंदना से हुई ।

 इस मौके पर खुशी दाधीच ने चीरहरण, प्रियांसी सेन विभा सेन के ने राजस्थानी लोक नृत्य से समा बांध दिया। आयुष दत्त मेहता ने गायन से उपस्थित श्रोताओं को मंत्र मुक्त कर दिया। 

प्रोजेक्ट डायरेक्टर ऋतुराज दाधीच ने अतिथियों और प्रतिभागियों को आमंत्रित किया तो लोगों की उत्सुकता एकदम से बढ़ गई। प्रतियोगिता में महिला, पुरुष और विद्यार्थी तीन वर्गों ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया और पुरस्कार की राशि प्राप्त की। 

निशा जैन ने महिला वर्ग में समस्त 10 सवालों का जवाब देकर 3000 रुपए की राशि का पुरस्कार, डॉ सुलोचना दोराश्री , पुरुष वर्ग में अजय चौधरी, हरीश तिवारी, विद्यार्थी वर्ग में अतिका, मनीषा कुमारी मीणा और प्राक्या ने पुरस्कार प्राप्त किएँ। 

प्रतिभागियों से टीवी स्क्रीन पर सवाल किए गए जिनका जवाब प्रतिभागियों ने माइक के माध्यम से पारदर्शिता के साथ दिया। बूंदी से कौन बनेगा करोड़पति मे भाग ले चुकी सुलोचना शर्मा ने भी प्रतियोगिता भाग लेकर पुरुस्कार प्राप्त किए। 

 बूंदी की 783 वे वर्षगांठ पर प्रतियोगिता के पुरुस्कार विश्व भारती माध्यमिक विद्यालय के संचालक विश्व नाथ भारद्वाज द्वारा प्रायोजित किए गए ।

 मुख्य अतिथि पुलिस उप अधीक्षक राठौड़ ने कहा कि यह प्रतियोगिता अपनी विरासत को पहचानने के लिए, उससे रूबरू होने के लिए मील का पत्थर साबित होगी। उन्होंने कहा कि विरासत जानो प्रतियोगिता ने बूंदी के 783वे स्थापना दिवस के आयोजन को पूर्ण रूप से सार्थक किया है।

 इस मौके पर इंटेक् सदस्य कवि पीयूष पाचक ने भी अपनी हास्य व्यंग रचनाओं से श्रोताओं का खूब मनोरंजन किया। 

इंटेक् सदस्यों ने बूंदी वासियों को बूंदी के 783 स्थापना दिवस की शुभकामनाएं भी अर्पित की मंच पर आशीष सैनी ने टीवी स्क्रीन पर सवालों को कंप्यूटर से दर्शाया। कार्यक्रम में सैकड़ो की संख्या में महिला पुरुष और बच्चो ने उपस्थित रहकर कार्यक्रम का भरपूर लुत्फ़ उठाया।

इस अवसर पर सह संयोजक राजेंद्र भारद्वाज, आयोजन समिति के सदस्य जय प्रकाश त्रिपाठी, मनीष सिसोदिया पियूष पाचक इंटेक सदस्य नंद प्रकाश शर्मा ननजी, दोस्त अहमद , अशोक शर्मा, , बेभव राज माथुर, प्रदीप हरसोरा, समाज सेवी मन मोहन अजमेरा , मान मल सिकलीगर , मिथिलेश दाधीच , जय प्रकाश जैन आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।