आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने हर क्षेत्र में अपने पैर पसारना शुरू कर दिया है। राजनीति से लेकर ब्यूटी पजेंट समेत कई ऐसे क्षेत्र हैं जहां बहुत कम समय में ही इसकी भूमिका अहम हो चुकी है। सोशल मीडिया पर एआई इन्फ्लुएंसर की संख्या बढ़ गई है इन्हें सोशल मीडिया पर दम पर लाखों लोग एआई मॉडल्स को फॉलो भी करते हैं।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की भूमिका हर क्षेत्र में तेजी से दखल दे रही है। ज्यादातर ऑनलाइन होने वाले कामों में इसकी भूमिका बढ़ गई है।

कुछ ऐसे काम हैं जिन्हें भविष्य में ये तकनीक चुनौती दे सकती है। यहां कुछ ऐसे ही प्वॉइंट बताने वाले हैं, जिनको अभी से इस टेक्नोलॉजी ने चुनौती देना शुरू कर दिया है।

सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर

आपने गौर किया होगा कि पिछले कुछ दिनों में सोशल मीडिया पर एआई इनफ्लुएंसर की संख्या में इजाफा हुआ है। नैना एवट्र, लिल मिकेला और शुडू ग्राम जैसे इन्फ्लुएंसर सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहे हैं। इनके कंटेंट को यूजर्स के द्वारा खूब पसंद भी किया जा रहा है। जिसके दम पर ये लाखों फॉलोअर्स जुटा रहे हैं।

न्यूज एंकर

2018 में सिन्हुआ की शुरुआत के बाद अब भारत में भी कई प्रतिष्ठित चैनलों ने एआई न्यूज एंकर लॉन्च किए हैं। यहां तक कि दूरदर्शन ने किसानों के लिए एआई एंकर भी लॉन्च किया है। वहीं एक अन्य चैनल पर एआई एंकर देखी जाती है, जिसका नाम सना है। ऐसे में उम्मीद कर सकते हैं कि इस क्षेत्र में एआई की भूमिका आने वाले वक्त में और भी बढ़ सकती है।

राजनीति

न्यूजीलैंड में एसएएम से लेकर यूके में उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे अल स्टीव तक एआई टेक्नोलॉजी की मदद से लोगों को अपने साथ जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं। वह इसका सहारा लेकर लोगों को अपने साथ जोड़ने का नया इरादा रखते हैं।

वहीं, इस तकनीक की वजह से कई नुकसान भी हो रहे हैं जो दिखाते हैं कि भविष्य में इसकी वजह से बड़ी परेशानियां आ सकती हैं। तकनीक का सहारा लेकर भारत में कई लोगों के फेक एआई वीडियो लीक हो चुके हैं।

ब्यूटी पजेंट

ब्यूटी पजेंट्स में एआई की भूमिका तेजी से बढ़ रही है। फैनव्यू ने इस महीने की शुरुआत में मिस एआई ब्यूटी पजेंट का आयोजन किया। इसमें कई मॉडल्स को फाइनलिस्ट भी चुना गया। इसमें भारत की जारा शतावरी भी शामिल हैं।