नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के जरिए करवाई जाने वाली यूजीसी-नेट परीक्षा को रद्द कर दिया गया है. इसे लेकर काफी ज्यादा विवाद खड़ा हुआ है. शिक्षा मंत्रालय ने कहा कि उन्हें गृह मंत्रालय के जरिए एग्जाम में गड़बड़ी की जानकारी मिली थी, जिसके बाद पेपर रद्द किया गया. वहीं, इस मामले की जांच कर रही सीबीआई के हाथ बड़ी जानकारी लगी है. सीबीआई ने अपनी जांच के बाद कहा है कि यूजीसी-नेट का पेपर लीक हुआ था. एग्जाम से पहले पेपर को डार्कनेट पर अपलोड किया गया था.सरकार ने पेपर रद्द करने के बाद इसकी जांच की जिम्मेदारी सीबीआई को सौंपी है. सीबीआई ने जांच के दौरान ये पता लगा रही है कि यूजीसी नेट एग्जाम का पेपर कहां से लीक हुआ. शुरुआती जांच में पता चला है कि क्वेश्चन पेपर सोमवार को लीक हुआ था, जिसके बाद उसे एंक्रिप्टेड सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर डाला गया था. पकड़े जाने से बचने के लिए आरोपियों ने लीक क्वेश्चन पेपर को डार्कनेट पर डाला था. सीबीआई केस से जुड़ी डिटेल्स इकट्ठा करने के लिए एनटीए और अन्य एजेंसियों के संपर्क में है.

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