स्मार्टफोन के दौर में एक बार फिर लोगों के बीच फीचर फोन्स की लोकप्रियता तेजी से बढ़ रही है। इसका सबसे बड़ा कारण ये है कि स्मार्टफोन के साथ ज्यादातर चीजें ऑनलाइन आ गई हैं जिसके चलते अलग-अलग तरह के स्कैम उजागर हुए है। वहीं सोशल मीडिया का इस्तेमाल लोगों के लिए कई नए समस्याओं में पैदा कर रहा है। आइये इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
AI के जमाने में स्मार्टफोन लगातार बेहतर और नए-नए फीचर्स से लैस आ रहे हैं। स्मार्टफोन के जरिए हर काम आसान होता जा रहा है। बस कुछ क्लिक के साथ आप अपने बिजली बिल भरने, पेमेंट करने और यहां तक अपने लिए ट्रेन या फ्लाइट टिकट बुक करने में सक्षम होते हैं
मगर इन स्मार्टफोन के आने से लोगों को जितना फायदा हुआ है, उससे ज्यादा उन्हें नुकसान उठाना पड़ रहा है। इसके चलते लोग फिर से पुराने कीपैड फोन या फीचर फोन की तरफ रुख कर रहे हैं।
इसके कई कारण हैं;
- स्मार्टफोन के साथ ज्यादातर चीजें ऑनलाइन आ गई हैं, जिसके चलते अलग-अलग तरह के स्कैम उजागर हुए है।
- सोशल मीडिया के इस्तेमाल से लोगों को कई तरह की समस्याएं हो रही है
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क्या होते है फीचर फोन?
- फीचर फोन या कीपैड फोन में बेसिक कॉलिंग और मैसेजिंग का विकल्प मिलता था। इनमें स्मार्टफोन के खास फीचर जैसे कैमरा, इंटरनेट, गेमिंग ऑप्शन नहीं हुआ करते थे।
- 2010 तक स्मार्टफोन के फोन मार्केट में आने से पहले फीचर फोन्स का जलवा हुआ करता था। हालांकि स्मार्टफोन के आने के बाद इसका चलन कम होने लगा।
- समय के साथ स्मार्टफोन लोगों के बीच काफी प्रचलित होने लगें और फीचर फोन मार्केट से लगभग लुप्त ही हो गए। इसका सबसे बड़ा कारण ये हैं कि स्मार्टफोन इंटरनेट, वीडियो कॉलिंग, एंटरटेनमेंट का फुल पैकेज बन गया। लोगों का ज्यादातर काम इससे होने लगा, जिससे इसकी जरूरत और मांग दोनों बढ़ गई।
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वापस आ रहा फीचर फोन का दौर
बड़ी बात ये हैं कि लोग एक बार फिर फीचर फोन की तरफ रुख कर रहे हैं। इसके पीछे कई कारण है, जिसके बारे में हम यहा विस्तार से जानेंगे-
डिजिटल डिटॉक्स
- आजकल के समय में ज्यादातर चीजे ऑनलॉइन है, जिस कारण हमारा ज्यादातर समय स्क्रीन के सामने बीतता है।
- ऐसे में फीचर फोन का इस्तेमाल हमें डिजिटली डिटॉक्स करने में मदद करता है। यानी की आप अपनी स्क्री टाइम को कम करने के साथ कम ऑनलइन और कम डिजिटली एक्टिव रहते हैं। ये आपको इंटरनेट एडिक्शन से दूर करता है।