देश में इस वक्त दो परीक्षाओं को लेकर सबसे ज्यादा बवाल मचा हुआ है. मेडिकल कोर्सेज में एडमिशन के लिए होने वाली नीट परीक्षा में धांधली का आरोप लगा है. इसे रद्द किए जाने की मांग उठ रही है. इस बीच नीट एग्जाम करवाने वाली एजेंसी 'नेशनल टेस्टिंग एजेंसी' ने यूजीसी-नेट एग्जाम को रद्द कर दिया है. अब शिक्षा मंत्रालय ने कहा है कि यूजीसी-नेट परीक्षा की नई तारीख का जल्द ऐलान किया जाएगा. नीट को लेकर कहा गया है कि अभी इसकी जांच चल रही है.शिक्षा मंत्रालय की तरफ से गुरुवार को नीट पेपर लीक और यूजीसी-नेट परीक्षा के कैंसिलेशन को लेकर प्रेस वार्ता की गई. इसमें मंत्रालय के संयुक्त सचिव गोविंद जायसवाल ने कहा कि यूजीसी-नेट की परीक्षा दोबारा करवाई जाएगी. हमारे लिए छात्र हित सर्वोपरि है. इस साल यूजीसी-नेट एग्जाम देने वाले छात्रों की संख्या 9 लाख थी. फिलहाल सीबीआई को मामले को ट्रांसफर कर दिया गया है. वह यूजीसी-नेट केस में जांच करने वाली है. आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. मंत्रालय के संयुक्त सचिव ने कहा, "नीट में कई सारे मुद्दे हैं. उन सभी को एक साथ नहीं जोड़ना चाहिए. एक मुद्दा ग्रेस मार्क्स का था. दूसरा बिहार में पेपर में गड़बड़ी का आरोप है, जिसकी जांच चल रही है. तीसरा गुजरात में परीक्षा में धांधली का आरोप लगा था. ये तीन अलग-अलग तरह के मुद्दे हैं." उन्होंने कहा, "ग्रेस मार्क्स के मुद्दे को पूरी तरह से सुलझा लिया गया है. बिहार में कथित पेपर लीक का मामला है, जिसकी अभी आर्थिक अपराध ईकाई जांच कर रही है."जायसवाल ने आगे कहा, "बिहार में अभी जांच चल रही है. हमने कुछ इनपुट्स देखें भी हैं. उन्होंने बहुत सारे इनपुट्स मांगे भी हैं. एनटीए ने उन्हें इनपुट मुहैया भी कराए हैं. एक बार हमें बिहार पुलिस की तरफ से विस्तृत इनपुट मिल जाए, उसके बाद ही हम एक्शन लेंगे. हमारा एक्शन पूरी तरह से पुलिस के इनपुट के आधार पर होगा, क्योंकि हमें सक्षम जांच एजेंसियों के हाथ में इंवेस्टिगेशन छोड़ देना चाहिए."