नगर निगम कोटा दक्षिण के उपमहापौर, पवन मीणा ने आज हाडोती आदिवासी मीणा सामाजिक सुधार संघ एवं मीणा आदिवासी कर्मचारी अधिकारी संगठन कोटा के बैनर तले डिंपल मीणा की नृशंस हत्या के मामले में न्याय की मांग करते हुए राजस्थान सरकार और जिला प्रशासन से उच्च स्तरीय जांच की अपील की है।
डिंपल मीणा, जो मूक बधिर थी, को 9 मई 2024 को ग्राम दादनपुर, तहसील टोडाभीम, जिला करोली में पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिया गया था। उपचार के दौरान उसकी मृत्यु हो गई। इस घटना ने पूरे राज्य को हिलाकर रख दिया है।
पवन मीणा ने कहा, डिंपल के मृत्यु पूर्व दिए बयान और पुलिस द्वारा की गई जांच में भारी भिन्नता है, जिससे मामला संदिग्ध बना हुआ है। हम मांग करते हैं कि इस मामले की उच्च स्तरीय या सीबीआई जांच करवाई जाए ताकि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिल सके। इस घटना के विरोध में आज सुबह 11:00 बजे कलेक्टर कार्यालय में अतिरिक्त जिला कलेक्टर प्रशासन को ज्ञापन सौंपा गया। मीणा समाज ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही न्याय नहीं मिला, तो यह विरोध प्रदर्शन और भी उग्र रूप ले सकता है। "समाज की मूक बधिर बालिका की मृत्यु रूपी यह चिंगारी भीषण आग का रूप धारण कर लेगी," उन्होंने कहा।
इस मौके पर हाड़ौती आदिवासी मीणा सामाजिक सुधार संघ से मागीलाल मीणा गजानंद मीणा, मीणा आदिवासी कर्मचारी अधिकारी संघ कोटा के अध्यक्ष उमेश मीणा ,कार्यकारी अध्यक्ष दिनेश मीणा, हनुमान मीना,राजेंद्रमीना, परमानंद मीना, नरेश मीणा , सुरेश चंद मीना,राष्ट्रीय अनुसूचित जाति/जनजाति विकास परिषद गोपाल मीना, राजस्थान, और राष्ट्रीय मानव अधिकार एवम भ्रष्टाचार निवारण (भारत) सहित कई अन्य संस्थाओं के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।