राजस्थान में पांच विधायकों में से सासंद बने चार विधायकों ने विधायिकी से इस्तीफा दे दिया है। दौसा से नवनिर्वाचित सांसद मुरारीलाल मीणा ने हनुमान बेनीवाल की तर्ज पर विधायक पद से इस्तीफा देने से पूर्व विधायक कोटे से 5.8 करोड़ के विकास कार्यों की अनुशंसा जारी कर दी थी। लेकिन प्रशासन ने उनकी स्वीकृतियां जारी नहीं की है। मुरारी लाल मीणा ने बताया कि सरकार के दबाव में विकास कार्यों को रोका गया है। जिला परिषद सीईओ धारासिंह मीना ने बताया कि मार्गदर्शन के लिए फाइल सरकार को भेजी है। जैसे निर्देश मिलेंगे, वैसे कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि राजस्थान में इस बार प्रदेश के सात विधायकों ने लोकसभा का चुनाव लड़ा। जिसमें से पांच विधायकों ने जीत दर्ज की थी। इन पांच विधायकों में से सासंद बने चार विधायकों ने विधायिकी से इस्तीफा दे दिया है। खींवसर से विधायक हनुमान बेनीवाल ने अभी तक इस्तीफा नहीं दिया है। साथ ही वे विधायक कोष से एक साथ 5 करोड़ के विकास कार्यों की अनुशंषा कर चुके है। ऐसे में उपचुनाव के बाद नए विधायक को सिर्फ विधायकी ही नसीब होगी, बजट नहीं।