एनडीए सरकार बनने के बाद अब लोकसभा अध्यक्ष पद को लेकर राजनीती तेज हो चुकी है। विपक्षी नेता इस पद को लेकर भाजपा पर निशाना साध रहे हैं, तो वहीं भाजपा इसपर अपनी दावेदारी जता रही है। इस बीच शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने बड़ा बयान दिया है। संजय राउत ने कहा है कि टीडीपी अपनी पार्टी के नेता को लोकसभा अध्यक्ष बनाना चाहती है और अगर उसकी बात एनडीए में नहीं बन पाती है तो विपक्ष यानी इंडी गठबंधन उनका साथ देने को तैयार हैं। राउत ने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष पद की लड़ाई महत्वपूर्ण है, क्योंकि इस बार स्थिति 2014 और 2019 जैसी नहीं है और सरकार स्थिर नहीं है।राउत ने आगे कहा हमने सुना है कि चंद्रबाबू नायडू ने लोकसभा अध्यक्ष का पद मांगा है। अगर एनडीए के किसी उम्मीदवार को लोकसभा अध्यक्ष का पद नहीं मिलेगा, तो पीएम मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह टीडीपी, जेडीयू और एलजेपी (रामविलास) को तोड़ देंगे। अगर चंद्रबाबू नायडू को यह पद नहीं मिलता है तो हम सुनिश्चित करेंगे कि उनके उम्मीदवार को इंडी गठबंधन से समर्थन मिले।संजय राउत ने आगे कहा कि जो लोग भाजपा का साथ देते हैं, वो उसे ही धोखा देती है। उन्होंने कहा कि इस बात का सबसे ज्यादा अनुभव हमारे से ज्यादा किसे होगा। भाजपा ने शिवसेना को तोड़ने का काम किया और हमें धोखा दिया।