प्याज भारतीय रसोई में इस्तेमाल होने वाली एक लोकप्रिय सब्जी है। इसे ज्यादातर लोग सब्जी या अन्य व्यंजनों में इस्तेमाल करते हैं। हालांकि कई लोग इसकी दुर्गंध की वजह से इसे कच्चा खाना से बचते हैं लेकिन कच्चा प्याज सेहत को ढेरों फायदा पहुंचाता है। यह डायबिटीज के मरीजों के लिए भी गुणकारी होता है। जानते हैं Raw Onion के कुछ फायदे।
प्याज एक ऐसी सब्जी है, जो लगभग हर भारतीय रसोई में इस्तेमाल की जाती है। इसे आमतौर पर सब्जी बनाने या अन्य व्यंजनों के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसे ज्यादातर लोग पकाकर ही खाना पसंद करते हैं, क्योंकि इसे कच्चा खाने की वजह से कई बार मुंह से दुर्गंध आने लगती है। ऐसे में कई लोग इसे खाने से बचते हैं। खासकर लोग इस कच्चा खाने से परहेज करते हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि कच्चा प्याज सेहत के लिए काफी गुणकारी होती है।
इसे अपनी डाइट में शामिल करने से आपको ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद मिलती है, जो डायबिटीज या इसके हाई रिस्क वाले व्यक्तियों के लिए फायदेमंद हो सकता है। आइए जानते हैं कच्चा प्याज खाने के कुछ फायदे-
कैंसर से बचाए
कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि प्याज में मौजूद कंपाउंड में कैंसर-विरोधी गुण हो सकते हैं, जिसके वजह से यह कुछ प्रकार के कैंसर को रोकने में मददगार साबित होता है।
बेहतर पाचन
कच्चे प्याज में फाइबर होता है, जो पाचन में सहायता करता है और स्वस्थ आंत को बढ़ावा देता है।
इम्युनिटी मजबूत करे
कच्चे प्याज में विटामिन सी की अच्छी खासी मात्रा पाई जाती है, जो प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में मदद कर सकती है, जिससे शरीर को बीमारियों से बचाने में मदद मिलती है।
गठिया से राहत दिलाए
अगर किसी को गठिया की समस्या है, जो कच्चा प्याज इसमें काफी मददगार साबित होगा। इसमें मौजूद कंपाउंड में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण हो सकते हैं, जो गठिया जैसी स्थितियों में राहत दिला सकते हैं।
हार्ट हेल्थ बेहतर बनाए
कच्चा प्याज डाइट में शामिल करने से ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने और कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम करके हार्ट हेल्थ बेहतर बनाने में मदद मिलती है।
पोषक तत्वों से भरपूर
कच्चा प्याज विटामिन सी और बी6, फोलेट और पोटेशियम जैसे कई आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर होता है, जिससे आपके पूरे स्वास्थ्य को और बेहतर बनाने में मदद मिलती है।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।