उत्तर प्रदेश लखनऊ में,मुख्यमंत्री श्री योगीआदित्यनाथ का अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए।मालूम होकि उत्तर प्रदेश लखनऊ में, मुख्यमंत्री श्रीमान योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जनता दर्शन दोबारा शुरू हो गया है।उत्तर प्रदेश के जनपदों से आ रहीं शिकायतों एवं आवेदनों की समीक्षा हो रही हैं। जहां से अधिक शिकायतें मिलेंगी, वहां के अधिकारियों की जवाबदेही तय होगी। जनता दर्शन कार्यक्रम जनपद, रेंज, जोन स्तर भी शुरू हो। अधिकारी जहां जनसुनवाई करेगा, इसकी सूचना जनता को पहले से दे। लोगों की समस्याएं सुनें, और तत्काल निस्तारण करें। कॉमन मैन की संतुष्टि ही आपके काम का मानक है। उसका विश्वास जीतें। फील्ड में, तैनात अधिकारियों को सीयूजी फोन जनता के लिए मिले हैं, इसे चालू रखें। अधिकारी फोन स्वयं रिसीव करें, अथवा कॉल बैक करे। अपने सरकारी आवास पर वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए, मुख्यमंत्री ने मंडल, रेंज और जनपदों में, तैनात विभिन्न विभागों के अधिकारियों से भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के बाबत कहा कि ब्लॉक, जिला मुख्यालय, सचिवालय, यदि कहीं भी अनैतिक लेन-देन की शिकायत मिली तो, इसमें संलिप्त लोगों पर कार्रवाई होनी तय है। वहीं आगामी त्योहारों के संबंध में, उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ पुलिस कमिश्नरों, मंडलायुक्तों, डीएम व पुलिस कप्तानों को निर्देश दिया कि जून और जुलाई में, तमाम पर्व, मोहर्रम और कांवड़ यात्रा आदि हैं। यह समय अत्यंत संवेदनशील है, लिहाजा लगातार एक्टिव मोड में, रहना होगा। पूर्व के अनुभव बताते हैं, कि जहां स्थानीय प्रशासन ने संवादहीनता रखी, वहां अप्रिय घटना की स्थिति बनी। इससे सीख लेते हुए सतर्क रहना होगा। वरिष्ठ अधिकारी धर्मगुरुओं, संभ्रांत नागरिकों से संवाद बनाएं। सकारात्मक संदेश जारी कराएं। पीस कमेटी की बैठक करें। मीडिया का सहयोग लें। दूसरे धर्म के लोगों की भावनाएं आहत करने वाली घटना न हो। शरारती तत्व दूसरे संप्रदाय को उत्तेजित करने की कोशिश कर सकते हैं। ऐसे मामलों पर नजर रखें। संवेदनशील क्षेत्रों में, अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती करें। रोज पुलिस बल फुट पेट्रोलिंग करे। पीआरवी 112 एक्टिव रहे। अराजक तत्वों के साथ पूरी कठोरता से निपटा जाए।श्री मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि बकरीद पर कुर्बानी के लिए, स्थान का चिन्हांकन पहले से होना चाहिए। विवादित एवं संवेदनशील स्थलों पर कुर्बानी नहीं होनी चाहिए। कहीं भी प्रतिबंधित पशु की कुर्बानी न हो। कुर्बानी के बाद अपशिष्ट के निस्तारण की कार्ययोजना हो। नमाज परंपरानुसार एक निर्धारित स्थल पर हो, सड़क अवरुद्ध नहीं। किसी नई परंपरा को प्रोत्साहन न दें। वीडियोग्राफी कराएं, ड्रोन का इस्तेमाल करें। उन्होंने कहा कि हमारी कार्रवाई माफिया के खिलाफ है, गरीब के खिलाफ नहीं। भूमाफिया हो या कोई अन्य माफिया, सभी के खिलाफ कार्रवाई होगी। जनप्रतिनिधियों से संवाद बनाये रखें। उनकी अपेक्षाओं- समस्याओं को सुनें। वहीं सड़क से अतिक्रमण हटाने, अवैध वसूली को रोकने को कहा। उन्होंने पार्किंग व्यवस्था। और अवैध टैक्सी स्टैंड की समस्या का स्थायी समाधान करने को कहां।