नई दिल्ली। कुवैत की एक बिल्डिंग में लगी भीषण आग (kuwait fire in building) में घायल हुए भारतीयों की सहायता का निरीक्षण करने और मारे गए लोगों के पार्थिव शरीरों की स्वदेश वापसी सुनिश्चित करने के लिए केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह रवाना हो चुके हैं। इससे पहले सिंह ने कहा कि कुछ शव इतने जल गए हैं कि उनकी पहचान नहीं हो पा रही है।
वर्धन ने कहा, "बाकी स्थिति तब स्पष्ट हो जाएगी जब हम वहां पहुंचेंगे।"
पीड़ितों को पहचानने के लिए होगा DNA टेस्ट
कुवैत के लिए उड़ान भरने से पहले दिल्ली हवाई अड्डे पर एएनआई से बात करते हुए, राज्य मंत्री ने कहा, हमने कल शाम प्रधानमंत्री के साथ एक बैठक की, यह इस बहुत दुखद त्रासदी के बारे में हमारे पास अंतिम अपडेट है... बाकी स्थिति उस समय स्पष्ट हो पाएगी जब हम वहां पहुंचेंगे।
जान गंवाने वालों के पार्थिव शरीर को वापस लाने की योजना के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, स्थिति यह है कि अधिकतर पीड़ित जल गए हैं और कुछ शव इतने जल चुके हैं कि उनकी पहचान नहीं हो पा रही है। इसलिए पीड़ितों की पहचान के लिए डीएनए परीक्षण कराया जा रहा है।
राज्य मंत्री ने कहा, वायुसेना का एक विमान स्टैंडबाय पर है। जैसे ही शवों की पहचान हो जाएगी, परिजनों को सूचित कर दिया जाएगा और हमारा वायु सेना का विमान शवों को वापस ले आएगा।
उन्होंने कहा, कल रात हमें जो नवीनतम आंकड़े मिले, उसके अनुसार हताहतों की संख्या 48-49 है, जिनमें से 42 या 43 भारतीय बताए जा रहे हैं।
इस बीच, कुवैत स्थित भारतीय दूतावास घटना से प्रभावित लोगों को राहत प्रदान करने के लिए स्थानीय अधिकारियों के संपर्क में है।
इस हेल्पलाइन नंबर पर परिजन कर सकते हैं फोन
दूतावास ने परिवार के सदस्यों से संपर्क करने के लिए एक हेल्पलाइन +965-65505246 (व्हाट्सएप और नियमित कॉल) (Kuwait Helpline Number) स्थापित की है। हेल्पलाइन के माध्यम से नियमित अपडेट प्रदान किए जा रहे हैं।
इससे पहले, कुवैत में आग की घटना की खबर आने के तुरंत बाद, प्रधानमंत्री मोदी ने एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की और मृतक भारतीय नागरिकों के परिवारों को प्रधानमंत्री राहत कोष से 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की।
प्रधानमंत्री राहत कोष से 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया और मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की और भारत सरकार की ओर से हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया।
प्रधानमंत्री कार्यालय के आधिकारिक बयान के अनुसार, बैठक की अध्यक्षता उनके आवास 7, लोक कल्याण मार्ग, नई दिल्ली पर की गई।
बयान में कहा गया कि प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री राहत कोष से मृतक भारतीय नागरिकों के परिवारों को 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की।
बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर, विदेश राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह, प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव प्रमोद कुमार मिश्रा, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, विदेश सचिव विनय क्वात्रा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।