राजस्थान के 4 सांसदों को केंद्रीय मंत्री बनाया गया है, जिनमें से दो कैबिनेट, एक स्वतंत्र प्रभार और एक राज्यमंत्री बने हैं. 4 बड़ी जातियों को यहां पर साधा गया है. इसके बाद अब राजस्थान के कई दिग्गज नेता हैं जिनके लिए अलग-अलग अटकलें लगाई जा रही हैं. इनमें चार दिग्गज सांसद और कई विधानसभा चुनाव हार चुके दिग्गज नेता भी शामिल हैं.ओम बिरला, प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, पूर्व केंद्रीय मंत्री पीपी चौधरी और पांच बार के सांसद दुष्यंत सिंह को लेकर चर्चाएं तेज हैं. वहीं, विधानसभा का चुनाव हार चुके दिग्गज नेता डॉ. सतीश पूनियां और राजेंद्र राठौड़ को लेकर भी सियासी माहौल टाइट है. कोटा से लगातार तीन बार के सांसद ओम बिरला को लेकर अटकलें शुरू हो गई हैं. क्या उन्हें दोबारा लोकसभा का अध्यक्ष बनाया जाएगा या उनको संगठन में कोई जिम्मेदारी दी जा सकती है? इसको लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं. वहीं, प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष और लगातार तीन बार के सांसद सीपी जोशी को लेकर भी चर्चाओं का बाजार गर्म है. उनको प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटाने तक की चर्चाएं हो रही हैं.इनके अलावा, पूर्व केंद्रीय मंत्री और तीन बार के सांसद पीपी चौधरी को लेकर भी चर्चाएं तेज हैं. 5 बार के लगातार सांसद दुष्यंत सिंह को लेकर भी चर्चाएं तेज है. क्या उन्हें भी कुछ बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है? डॉ. सतीश पूनियां विधानसभा का चुनाव हार गए हैं लेकिन उन्हें लेकर कयास लगाए जा रहे हैं. उन्हें हरियाणा का चुनाव प्रभारी बनाया गया था. अब उन्हें राज्यसभा भेजने और संगठन में कोई बड़ी जिम्मेदारी देने की चर्चा है. वहीं राजेंद्र राठौड़ को लेकर भी तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं.वहीं, दूसरी तरह पूर्व केंद्रीय मंत्री राजेश पायलट की 24वीं पुण्यतिथि पर दौसा में सर्वधर्म प्रार्थना सभा में 8 सांसद और 25 विधायक नजर आए. जिसको लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं.