प्रधानमंत्री बनने के बाद अब नरेंद्र मोदी के विदेशी दौरों की तैयारी भी होने लगी है। G-7 शिखर सम्मेलन से लेकर कई बड़े अहम ग्लोबल इवेंट्स इस बार भारत की मौजूदगी की गवाही बनेंगे और वैश्विक मुद्दों पर भारत के दृष्टिकोण को विश्व भर में फैलाने की पहल करेंगे। पिछले एक दशक में भारत एक मजबूत आवाज बनकर उभरा है। पीएम मोदी ने विश्व बंधुदृष्टिकोण के साथ भारत को वैश्विक दक्षिण की आवाजके रूप में स्थापित करने को प्राथमिकता दी है। G-20 शिखर सम्मेलन भारत की अध्यक्षता में वसुधैव कुटुंबकमकी थीम के साथ आयोजित किया गया था। अब मोदी 3.0 के कार्यभार संभाल चुके हैं और हाल के महीनों में होने वाले इन ग्लोबल इवेंट्स में हिस्सा लेने का उनका कैलेंडर भी तैयार हो गया है। भारत की विदेश नीति के लिए पहला कार्यभार BRICS विदेश मंत्रियों की बैठक के साथ आएगा जो 10-11 जून को रूस के निज़नी नोवगोरोड में होने वाली है, जिसमें सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों की भागीदारी होगी। ब्रिक्स (BRICS) एक अंतरसरकारी संगठन है जिसमें 10 देश शामिल हैं। जो ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं। 5 नए देश मिस्र, इथियोपिया, ईरान, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात पिछले साल ही पूर्ण सदस्य के तौर पर इस ग्रुप में शामिल हुए हैं। रूस ने 1 जनवरी, 2024 को ब्रिक्स की अध्यक्षता संभाली है।भारत के विदेश मंत्रालय ने हाल ही में कहा था कि BRICS एक अहम मंच है और भारत इस साल ब्रिक्स अध्यक्ष के तौर पर रूस की आयोजित बैठकों में भाग लेने के लिए उत्सुक है।