भजनलाल सरकार में मंत्री अविनाश गहलोत ने राजस्थान को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग पर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि अशोक गहलोत कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं. सरकार जाने के बाद अब उनके पास दूसरा काम नहीं बचा है. विपक्ष के नाते कुछ भी कह सकते हैं. उन्होंने दावा किया कि केंद्र सरकार का पूरा सहयोग राजस्थान के साथ रहेगा. राजस्थान और केंद्र में डबल इंजन की सरकार है. अविनाश गहलोत ने प्रह्लाद गुंजल के अल्टीमेट पर भी बयान दिया. उन्होंने कहा कि विपक्ष का काम धरने, प्रदर्शन और आंदोलन करना है. जनहित के मुद्दों को उठाना भी विपक्ष का अधिकार है. उन्होंने कहा कि सरकार ने 2 लाख करोड़ के एमओयू किए हैं. बिजली के क्षेत्र में राजस्थान आत्मनिर्भर बनेगा. मंत्री अविनाश गहलोत ने कहा कि राजस्थान में अभी नई-नई सरकार बनी है. आचार संहिता लागू होने की वजह से काम करने का मौका नहीं मिला. अब काम तेज गति से होगा. उन्होंने पेयजल समस्या के लिए 50 फीसद जिलों को स्वीकृति देने की बात कही. उन्होंने कहा कि राजस्थान में 25 लोकसभा सीटों का टारगेट बीजेपी पूरा नहीं कर पाई. नतीजों की समीक्षा की जायेगी. बीजेपी को 25 में से 11 सीटों पर संतोष करना पड़ा है. आने वाले दिनों में कमियों को दूर करने का प्रयास रहेगा. उन्होंने दावा किया आगामी लोकसभा चुनाव में बीजेपी सभी 25 लोकसभा सीटों पर जीत का परचम लहरायेगी.