एक 'एक्सीडेंटल पॉलिटिशयन' के तौर पर राजनीति में आने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया फिर केंद्रीय मंत्री बनने जा रहे हैं। वर्ष 2001 में पिता माधवराव सिंधिया के आकस्मिक निधन के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया को अचानक से राजनीति में आना पड़ा था। 2007 में पहली बार केंद्रीय मंत्री बने सिंधिया ने लगातार राजनीतिक सफलता हासिल की है। कांग्रेस से राजनीतिक पारी की शुरुआत करने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया अब भाजपा का दमदार चेहरा बन गए हैं। हाल ही में सिंधिया गुना-शिवपुरी लोकसभा सीट से सांसद निर्वाचित हुए हैं। बीजेपी की सरकार में भी वे राज्यसभा सांसद और केंद्रीय मंत्री रहे हैं। रविवार की शाम के शपथ समारोह में वे एक बार फिर मंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं। ग्वालियर के सिंधिया राजघराने के वंशज ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने परिवार की राजनीतिक विरासत को शानदार तरीके से आगे बढ़ा रहे हैं।