लाखेरी - राज्य सरकार द्वारा प्रदेश भर में राशन की दुकानों से खाद सामग्री प्राप्त करने वाले प्रत्येक उपभोक्ताओं के लिए ईकेवाईसी करवाने के सख्त निर्देश दिए हैं। ईकेवाईसी के लिए राशन कार्ड धारी परिवार सहित शहर में संचालित उचित मूल्य की दुकानों पर फिंगरप्रिंट लगाने के लिए पहुंच रहे हैं। ई केवाईसी करवाने पहुंच रहे कई बच्चों, महिलाओ, बुजुर्ग सहित शहर में ईट भट्टों पर कार्य करने वाले श्रमिकों के फिंगरप्रिंट मैच नहीं हो पा रहे हैं, जिसके चलते भीषण गर्मी में लोग अपने परिवार के सदस्यों के साथ राशन की दुकानों के ईकेवाईसी करवाने के लिए बार बार चक्कर काटने पर मजबूर हो रहे हैं। कई बार तो राशनकार्ड धारक परिवार के किसी भी एक सदस्य तक का फिंगरप्रिंट स्वीकृत नहीं होता जिस कारण राशन डीलर के सामने समस्या पैदा हो जाती है तथा ईकेवाईसी के अभाव में राशनकार्ड धारक को खाद सामग्री से वंचित होना पड़ जाता है। जबकि विभाग द्वारा उचित मूल्य की दुकानों पर फिंगरप्रिंट स्वीकृत नहीं होने वाले उपभोक्ताओं के लिए आईरिस स्कैनर मशीन की सुविधा अनिवार्य कर रखी है जिससे उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। उसके बावजूद भी शहर में संचालित उचित मूल्य की अधिकांश दुकानों पर आईरिस स्कैनर मशीन का उपयोग नहीं करने से उपभोक्ताओं को रीते हाथ वापस जाने पर मजबूर होना पड़ रहा है। उपभोक्ताओं का कहना है कि शहर में सिर्फ गांधीपुरा मोड पर संचालित एक उचित मूल्य की दुकान को छोड़कर किसी भी दुकान पर आईरिस स्कैनर मशीन का उपयोग नहीं किया जा रहा है। जबकि विभाग द्वारा सभी उचित मूल्य की दुकानों पर आईरिस स्कैनर मशीन उपलब्ध करा रखी है।
नही है आधारकार्ड अपडेट सेंटर - शहर में 40 हजार की आबादी होने के बावजूद भी एक भी आधार कार्ड सेंटर संचालित नहीं होने से आधार कार्ड अपडेट करने के लिए मजबूरन लोगो को 12 किलोमीटर दूर लबान गांव जाना पड रहा है। भीषण गर्मी में उपभोक्ताओं को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है। उपभोक्ता कई बार आधार अपडेट करने 12 किलोमीटर जाने के बावजूद आधार सेंटर पर नेटवर्क समस्या आ जाने के कारण बार बार चक्कर काटना पड़ जाता है