जयपुर। राजस्थान में खाद्य पदार्थों में मिलावट के खिलाफ चलाए गए अभियान में देश की कई नामी मसाला कंपनियों के उत्पाद असुरक्षित पाए गए हैं। अधिकारियों ने शुक्रवार को कहा कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने इन कंपनियों के विरूद्ध भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम के तहत सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करने तथा इन असुरक्षित मसालों को तत्काल प्रभाव से जब्त करने के निर्देश दिए हैं।

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह ने एक बयान में बताया कि इस अभियान के तहत राज्य में नामी कंपनियों समेत विभिन्न कंपनियों के मसालों के कुल 93 नमूने लिए गए। राज्य केंद्रीय जन स्वास्थ्य प्रयोगशाला की जांच रिपोर्ट के अनुसार कुछ नमूनों में कीटनाशकों की मात्रा काफी अधिक पाई गई।

सिंह ने बताया कि राज्य के सभी अधिकारियों एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को पत्र लिखकर असुरक्षित पाए गए मसालों को जब्त करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही, एमडीएच मसालों की निर्माण इकाई हरियाणा में होने, एवरेस्ट एवं गजानंद मसालों की निर्माण इकाई गुजरात में होने के कारण वहां के खाद्य सुरक्षा आयुक्तों को कार्रवाई के लिए पत्र लिखा है।

इसके अलावा भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण, नयी दिल्ली के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को भी इन मामलों में कार्रवाई के लिए पत्र लिखा गया है। खाद्य सुरक्षा आयुक्त इकबाल खान ने बताया कि जांच में एमडीएच, एवरेस्ट, गजानंद, श्याम, शीबा ताजा जैसी नामी कपंनियों के मसाले असुरक्षित पाए हैं।

उन्होंने कहा कि जांच के अनुसार एमडीएच कंपनी के गरम मसाला में ‘एसिटामिप्रिड, ‘थियामेथाक्साम, ‘इमिडाक्लोप्रिड, सब्जी मसाला एवं चना मसाला में ‘ट्राई साइकिल, ‘प्रोफेनोफोस, श्याम कंपनी के गरम मसाला में ‘एसिटामिप्रिड, शीबा ताजा कंपनी के रायता मसाला में ‘थियामेथाक्साम एवं ‘एसिटामिप्रिड, गजानंद कंपनी के अचार मसाला में ‘इथियोन तथा एवरेस्ट कंपनी के जीरा मसाला में ‘एजोक्सीस्ट्रोबिन व ‘थियामेथोक्साम पेस्टीसाइड/इनसेक्टीसाइड निर्धारित मात्रा से काफी अधिक पाए गए, जो कि स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक हो सकते हैं।