सवाईमाधोपुर शहर के सबसे वीआइपी रोड में शुमार रणथम्भौर रोड के दिन जल्द ही फिर सकते हैं। इस सड़क को चार लेन सड़क के रूप में विकसित किया जा सकता है। इसके लिए अब सरकारी और राजनीतिक स्तर पर प्रयास शुरू कर दिए हैं। हालांकि यह प्रयास अभी प्राथमिक स्तर पर हैं। लेकिन अब एक बार फिर से रणथम्भौर रोड की कायापलट होने की आस जगी है .रणथम्भौर रोड के सौन्दर्यकरण और विकास की मांग को लेकर विधायक और केबिनेट मंत्री डाॅ. किरोड़ीलाल मीणा ने सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के केंद्रीय मंत्री को पत्र लिखा है। पत्र में डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने रणथम्भौर टाइगर रिजर्व के देश के बेहतरीन टाइगर रिजर्व में शुमार होने और हर साल यहां लाखों की संख्या में देशी विदेशी पर्यटकों के भ्रमण के लिए आने का हवाला दिया है। साथ ही उन्होंने रणथम्भौर दुर्ग में स्थित विश्व के एकमात्र त्रिनेत्र गणेश मंदिर को भी लाखों लोगों की आस्था का केंद्र बताते हुए वर्ष भर यहां लाखों की तादाद में श्रद्धालुओं के पहुंचने की बात भी लिखी है। पत्र में हम्मीर सर्किल से गणेश धाम तक फोरलेन सड़क बनाने की मांग की है। साथ ही पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए रणथम्भौर रोड का सौंदर्यकरण कराने की मांग भी की है। उन्होंने यह कार्य एनएचएआइ के माध्यम से कराने की मांग की है. रणथम्भौर रोड के सौंदर्यकरण की मांग लम्बे समय से की जा रही है। इस संबंध में पूर्व में सार्वजनिक निर्माण विभाग की ओर से 2016 में प्रस्ताव और डीपीआर तैयार की गई थी। उस समय तैयार की गई डीपीआर के तहत सड़क की लम्बाई आठ किमी आंकी गई थी और 19 करोड़ के बजट का आंकलन किया गया था। प्रस्ताव के अनुसार उस समय रणथम्भौर रोड पर 3 मीटर का फुटपाथ, 3 मीटर के साइकिल ट्रैक के साथ तीन फीट की फुलवारी भी विकसित की जानी थी। हालांकि बाद में बजट जारी नहीं होने के कारण मामला अटक गया था।