राजस्थान में लोकसभा चुनाव का शोर थम चुका है और नतीजों का बेसब्री से इंतजार है। राजस्थान के रण में कमल खिलेगा या कांग्रेस का हाथ मजबूत होगा? इसे लेकर तस्वीर 4 जून को ही साफ होगी जब मतगणना के बाद चुनाव नतीजे आएंगे लेकिन उससे पहले एग्जिट पोल का इंतजार अब खत्म हो गया है। इंडिया टुडे एक्सि माई इंडिया के एग्जिट पोल नतीजे देख सकते है। राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और कांग्रेस के बीच मुकाबला है।

राजस्थान में एनडीए को 51 फीसदी और इंडिया ब्लॉक को 41 फीसदी वोट मिलने के अनुमान जताए गए हैं। एनडीए को 16 से 19 सीटें मिलने का अनुमान है। वहीं विपक्षी इंडिया ब्लॉक को पांच से सात सीटें मिलती दिख रही हैं। एग्जिट पोल के अनुमान यदि चुनाव नतीजों में बदलते हैं तो अन्य को भी एक से दो सीटें मिल सकती हैं।
वोट शेयर के लिहाज से देखें तो इंडिया टुडे एक्सिस माई इंडिया के एग्जिट पोल में एनडीए को 51, इंडिया ब्लॉक को 41 और अन्य को आठ फीसदी वोट मिलने के अनुमान जताए गए हैं। दलगत हिसाब से देखें तो बीजेपी को 51, कांग्रेस को 37 और अन्य को 12 फीसदी वोट मिलने के अनुमान एग्जिट पोल में जताए गए हैं। 

राजस्थान की 25 सीटों पर हुई थी वोटिंग
राजस्थान में लोकसभा की कुल 25 सीटें हैं। राजस्थान की इन 25 सीटों पर दो चरणों में हुए लोकसभा चुनाव के पहले और दूसरे चरण में मतदान हुआ था। राजस्थान की 12 सीटों- गंगानगर, बीकानेर, चूरू, झुंझुनू, सीकर, जयपुर ग्रामीण, जयपुर, अलवर, भरतपुर, करौली-धौलपुर, दौसा और नागौर सीट के लिए पहले चरण में 19 अप्रैल को वोट डाले गए थे। दूसरे चरण में प्रदेश की 13 सीटों पर 26 अप्रैल को मतदान हुआ था। टोंक-सवाई माधोपुर, अजमेर, पाली, जोधपुर, बाड़मेर, जालौर, उदयपुर, बांसवाड़ा, चित्तौड़गढ़, राजसमंद, भीलवाड़ा, कोटा और झालावाड़-बारां सीट के लिए दूसरे चरण में वोट डाले गए थे।

इन दिग्गजों की साख दांव पर
राजस्थान के रण में इस बार केंद्रीय मंत्रियों के साथ ही कई कद्दावर नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर है। केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल बीकानेर और गजेंद्र सिंह शेखावत जोधपुर सीट से किस्मत आजमा रहे हैं। सूबे की सबसे हॉट सीट में से एक बाड़मेर से केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी बीजेपी के उम्मीदवार हैं। बाड़मेर में बीजेपी उम्मीदवार कैलाश के सामने कांग्रेस प्रत्याशी उम्मेदाराम की चुनौती है। शिव विधानसभा सीट से विधायक रविंद्र भाटी भी इस सीट से बतौर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं।

बीजेपी ने सीकर सीट से स्वामी सुमेधानंद सरस्वती, नागौर सीट से ज्योति मिर्धा को उतारा है। नागौर सीट से आरएलपी प्रमुख हनुमान बेनीवाल मैदान में हैं जिन्हें कांग्रेस का भी समर्थन है। कोटा सीट से लोकसभा स्पीकर ओम बिरला बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं, ओम बिरला के खिलाफ कांग्रेस ने चुनाव से ठीक पहले बीजेपी छोड़कर आए प्रह्लाद गुंजल को उम्मीदवार बनाया है। चित्तौड़गढ़ सीट से बीजेपी के सीपी जोशी, झालावाड़ बारां से दुष्यंत सिंह की साख दांव पर है तो वहीं जयपुर सीट पर कांग्रेस के प्रताप सिंह खाचरियावास का टेस्ट होगा।

2019 में एनडीए ने किया था क्लीन स्वीप
पिछले लोकसभा चुनाव नतीजों की बात करें तो 2019 में एनडीए ने क्लीन स्वीप किया था। सूबे की 25 में से 24 सीटों पर बीजेपी के उम्मीदवार जीते थे तो वहीं एक सीट से आरएलपी के हनुमान बेनीवाल जीते थे। हनुमान बेनीवाल की पार्टी को तब बीजेपी का समर्थन हासिल था। कांग्रेस सूबे की सत्ता पर काबिज होने के बावजूद खाली हाथ रह गई थी।