अपने डिवाइस को चार्ज करने के लिए हमेशा असली चार्जर का ही इस्तेमाल करना चाहिए। अक्सर होता है कि यूजर्स अपने लैपटॉप स्मार्टफोन या टैबलेट वगैरह को किसी भी चार्जर से चार्ज पर लगा देते हैं। जिसकी वजह से डिवाइस में ओवरहीटिंग जैसी प्रॉब्लम दिखने लगती हैं। अगर आपके पास असली चार्जर नहीं है तो सुनिश्चित करें कि ब्रांड का असली चार्जर खरीद लिया जाए।
गर्मियों के सीजन में स्मार्टफोन, लैपटॉप या कोई अन्य डिवाइस दूसरे सीजन की तुलना में ज्यादा गर्म होते हैं। ऐसा कुछ गलतियों के कारण होता है। गर्मियों में डिवाइस चार्जिंग के दौरान अगर आप कुछ गलतियां करते हैं तो इसकी वजह से बड़ी परेशानी हो सकती है। यहां कुछ ऐसी चीजें बताने वाले हैं, जिनका चार्जिंग के दौरान ख्याल रखना चाहिए।
डिवाइस के चार्जर का इस्तेमाल
अपने डिवाइस को चार्ज करने के लिए हमेशा असली चार्जर का ही इस्तेमाल करना चाहिए। अक्सर होता है कि यूजर्स अपने लैपटॉप, स्मार्टफोन या टैबलेट वगैरह को किसी भी चार्जर से चार्ज पर लगा देते हैं। जिसकी वजह से डिवाइस में ओवरहीटिंग जैसी प्रॉब्लम दिखने लगती हैं। अगर आपके पास असली चार्जर नहीं है तो सुनिश्चित करें कि ब्रांड का असली चार्जर खरीद लिया जाए।
बैटरी खत्म होने पर चार्ज
बहुत से ऐसे यूजर्स होते हैं जो डिवाइस की बैटरी के खत्म होने का इंतजार करते हैं और जब बैटरी पूरी तरह खत्म हो जाती है तो उसे चार्जिंग पर लगाते हैं। जबकि ऐसा करने से फोन के परफॉर्मेंस पर गलत प्रभाव पडता है। इसलिए जब फोन में 15 से 20 प्रतिशत बैटरी बची है तो सुनिश्चित करें कि उसे उसी वक्त चार्जिंग पर लगा दिया जाए। एक्सपर्ट मानते हैं कि ज्यादा बैटरी खत्म होने पर चार्ज करने की स्थिति में परफॉर्मेंस कम हो जाता है।
चार्जिंग के वक्त न करें इस्तेमाल
डिवाइस को चार्जिंग के वक्त इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। अगर लैपटॉप, स्मार्टफोन और टैबलेट को चार्जिंग के वक्त इस्तेमाल किया जाता है तो इस स्थिति में आपके सामने परेशानी खड़ी हो सकती है। इसलिए आपको चार्जिंग के दौरान डिवाइस को इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।