राजस्थान स्वास्थ्य विभाग के अनुसार प्रदेश में गर्मी के कारण अब तक सिर्फ 5 मौते हुई हैं. लेकिन कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा समेत कांग्रेस के दिग्गज नेता इससे कई गुना बड़े जनता के सामने पेश कर रहे हैं. इस कारण लोगों में कन्फ्यूजन की स्थिति है, और नेताओं में सियासी बयानबाजियां भी शुरू हो गई हैं. शुक्रवार को राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए प्रदेश सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है. डोटासरा ने कहा, 'भीषण गर्मी और हीटवेव के प्रबंधन में पूरी तरह विफल रही भाजपा सरकार अब हाई कोर्ट के आदेश के बाद मृतकों को मुआवजा देने से बचने के लिए मौत के आंकड़े छिपाने का पाप कर रही है. SMS अस्पताल से चौंकाने वाली सूचना है, जहां हीटवेव से मौत के बाद करीब 40 अज्ञात लोगों के शव मोर्चरी में हैं. हर दिन करीब 20-25 अज्ञात लोगों के शव मोर्चरी में आ रहे हैं. लेकिन सरकार मुआवजा देने से बचने के लिए मौत के अलग-अलग कारण बताकर 3 दिन के भीतर पोस्टमार्टम करके मामलों को निपटा रही है. डोटासरा ने आगे कहा, 'आमतौर पर अज्ञात शव की शिनाख्त, पुलिस की कार्रवाई, परिवार को ढूंढने और समाचार पत्र में सूचना प्रकाशित करने की प्रक्रिया में करीब 7 दिन लग जाते हैं, जिसके पश्चात डेड बॉडी को डिस्पोज किया जाता है. लेकिन 3 दिन में ही उनका पोस्टमार्टम करके मामला निपाटाया जा रहा है. ये आंकड़े सिर्फ SMS अस्पताल के हैं, पूरे प्रदेश के हालात भयावह एवं चिंताजनक है. सरकार सिर्फ 5 लोगों की हीटवेव से मौत बता रही है, जबकि सच्चाई ये है कि प्रदेश में भयंकर गर्मी और हीटवेव से मौतों का आंकड़ा बेहद डरावना है.