भारत में लगातार कंपनियों की ओर से नए नए फीचर्स को कारों में दिया जाता है। इन फीचर्स में से एक फीचर Sunroof या Panoramic Roof को मौजूदा समय में ग्राहक सबसे ज्यादा पसंद कर रहे हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस फीचर के बड़े नुकसान भी होते हैं। Sunroof के साथ आने वाली कारों में क्या नुकसान (car sunroof drawbacks) होते हैं। आइए जानते हैं।
भारत में हर महीने लाखों की संख्या में कारों और एसयूवी की बिक्री होती है। जिसमें कुछ खास फीचर वाली कारों को काफी ज्यादा पसंद किया जाता है। ज्यादातर कारों में सनरूफ, पैनोरमिक रूफ जैसे फीचर को काफी ज्यादा पसंद किया जाता है। लेकिन इस फीचर के कारण कई तरह के नुकसान होते हैं। जिसकी जानकारी हम आपको इस खबर में दे रहे हैं।
केबिन रहता है गर्म
सनरूफ या पैनोरमिक रूफ जिन भी कारों में दिया जाता है। वह अन्य कारों के मुुकाबले ज्यादा गर्म रहती हैं। गर्मियों के दौरान मेटल रूफ होने के कारण तापमान का केबिन में कम असर होता है। लेकिन, सनरूफ या पैनोरमिक रूफ में सिर्फ कांच का उपयोग किया जाता है। इस कारण केबिन का तापमान काफी तेजी से बढ़ जाता है।
बढ़ती है ईंधन की खपत
सनरूफ या पैनोरमिक रूफ वाली कारों में अन्य कारों के मुकाबले ईंधन की खपत भी ज्यादा हो जाती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि इस फीचर के साथ आने वाली कारों में धूप तेज पड़ती है और केबिन के तापमान को सामान्य करने के लिए एसी को ज्यादा क्षमता से काम करना पड़ता है। जिसमें ईंधन की खपत ज्यादा हो जाती है।
कीमत होती है ज्यादा
सामान्य कार के मुकाबले कंपनियों की ओर से इस तरह के फीचर्स को बेस वेरिएंट में नहीं दिया जाता। कंपनियां सनरूफ या पैनोरमिक रूफ को ज्यादातर अपर मिड और टॉप वेरिएंट्स में ही ऑफर करती हैं। जिस कारण इस फीचर के साथ कार को खरीदने पर हजारों रुपये ज्यादा देने पड़ते हैं।
रखरखाव में होती है मुश्किल
सनरूफ या पैनोरमिक रूफ जैसे फीचर को ज्यादातर लोग सिर्फ शुरूआत में ही उपयोग करते हैं। लेकिन इस तरह के फीचर की कार को ज्यादा रखरखाव की भी जरूरत होती है। ऐसा न करने पर यह कुछ समय बाद खराब भी हो जाते हैं, जिसे ठीक करवाने में समय और पैसे दोनों खर्च करने पड़ते हैं।