उत्तर प्रदेश लखनऊ में,भारतीय जनता पार्टीं से लेकर कांग्रेस सपा तक बढ़ी टेंशन।मालूम होकि उत्तर प्रदेश लखनऊ लखनऊ में, लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया अपने आखिरी दौर में, पहुंच गई है। एक जून का सातवें चरण के लिए, वोटिंग होगी। इस चरण में, उत्तर प्रदेश की 13 सीटों पर मतदान होना है। जिसके बाद सबकी नजरें 1 जून पर टिकी हैं, जब वोटों की गिनती होगी। और पता चलेगा कि देश में, कौन सरकार बनाएगा। वहीं उत्तर प्रदेश में, कौन एनडीए या सपा-कांग्रेस गठबंधन का प्रदर्शन कैसा रहेगा। इसे लेकर देश के जाने-माने राजनीतिक विश्लेषकों चुनाव को लेकर अपने-अपने दावे किए हैं।पीके के नाम से मशहूर राजनीतिक विश्लेषक प्रशांत किशोर का कहना है कि अगर कोई ये कहता है कि उत्तर प्रदेश में, बीजेपी को 20 सीटों का नुकसान हो रहा है, तो मैं कहूंगा कि इसमें नुकसान कहां हैं। उन्होंने कहा 2019 में, बीजेपी को 62 सीटें ही मिली थी। अभी 62 तो हैं हीं, यानी 18 सीटें तो पहले से हारे हुए हैं। नुकसान तो तब होगा जब ये कहा जाए कि उत्तर प्रदेश में, बीजेपी की 40-50 सीटें कम हो रही है। और ये न पक्ष कह रहा है, और ना ही विपक्ष।उन्होंने कहा कि पिछली बार बिहार और उत्तर प्रदेश मिलाकर बीजेपी को करीब 25 सीटों का नुकसान हुआ था। वो नुकसान इसलिए हुआ था, क्योंकि उत्तर प्रदेश में, सपा-बसपा का गठबंधन था। प्रशांत किशोर से उलट राजनीति विश्लेषक योगेंद्र यादव ने अलग ही दावा किया है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में, 1000 किलोमीटर घूमने के बाद मुझे मालूम चला कि इस बार बीजेपी का वोट खिसक रहा है। इस बार बीजेपी की लीड घटकर पांच से छह फीसदी हो जाएगी। इसका मतलब ये है कि बीजेपी को 50 से 52 अधिक सीटें नहीं आएगी। अगर बीजेपी को वोटिंग फीसदी में, कमी आई तो सीटों की संख्या 40 तक रह जाएगी।उन्होंने कहा, पिछली बार सपा-बसपा के मुकाबले बीजेपी को 13 फीसदी की लीड थी। इस बार ये घटकर पांच से छह फीसदी रह जाएगी, जो 50 से 52 सीटें है। अभी बीजेपी ऐसे मोड़ पर खड़ी है कि यहां उनकी सीटें कब 50 से 40 हो जाए। इस पर कुछ कहा नहीं जा सकता है। यूपी में कांग्रेस-सपा का गठबंधन कमजोर है, लेकिन दोनों के I.N.D.I.A अलायंस का हिस्सा होने से फायदा हुआ है। मुस्लिम वोटों के साथ-साथ दलित वोटर भी उनकी तरफ आए हैं।दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रोफ़ेसर और सोशल एक्टिविस्ट लक्ष्मण यादव की माने तो यूपी में बीजेपी अगर बेईमानी न करे तो 50 सीटों के अंदर रहेगी। 30 से ज्यादा सीट गठबंधन जीतने जा रहा है। यूपी में 20 सीटें ऐसी हैं जिनपर इंडिया गठबंधन जीत रहा है। 20 सीटें ऐसी हैं जिनपर वो एज पर है। अगर इन 20 सीटों पर बेईमानी नहीं हुई तो इंडिया गठबंधन यूपी में 40 सीटें जीत रहा है।